ट्यूशन फीस के साथ इलेक्ट्रिसिटी व जेनरेटर चार्ज भी वसूल रहे प्राइवेट स्कूल
जहां कोराना महामारी में जारी लॉकडाउन के कारण आमलोगों को गहरा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. बाजार, कंपनियां, उत्पादन इकाइयों के बंद होने से लोगों के हाथ बिल्कुल खाली हो चुके हैं. वहीं डीएम के आदेश की अवहेलना कर प्राइवेट स्कूल प्रबंधन अपने छात्रों के अभिभावकों से बढ़ाकर फीस ले रही है.
भागलपुर : जहां कोराना महामारी में जारी लॉकडाउन के कारण आमलोगों को गहरा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. बाजार, कंपनियां, उत्पादन इकाइयों के बंद होने से लोगों के हाथ बिल्कुल खाली हो चुके हैं. वहीं डीएम के आदेश की अवहेलना कर प्राइवेट स्कूल प्रबंधन अपने छात्रों के अभिभावकों से बढ़ाकर फीस ले रही है. इतना ही नहीं फीस में स्कूल की इलेक्ट्रिसिटी व जेनरेटर चार्ज भी वसूले जा रहे हैं. जबकि लॉकडाउन के कारण सभी प्राइवेट स्कूल डेढ़ माह से अधिक समय से बंद पड़े हैं. बरारी के एक अभिभावक ने बताया कि जिस प्राइवेट स्कूल में मेरी बेटी पढ़ती है. स्कूल प्रबंधन ने लॉकडाउन अवधि को जोड़कर तीन माह का फीस मांग रहा है. पांच मई से ऑनलाइन कक्षा भी बंद कर दिया गया है. वहीं जेनरेटर, बिजली बिल, गेम एंड एक्टिविटी समेत कई अन्य चार्ज के पैसे मांग रहे हैं. यह सरासर गलत है. डीएम के आदेश की अवहेलना कर रहे प्राइवेट स्कूल अभिभावकों की मांग है कि लॉकडाउन अवधि की स्कूल फीस समेत अन्य चार्ज को माफ किया जाये.
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अप्रैल व मई माह का फीस जमा करने के बाद अभिभावकों ने बताया कि बैलेंस पूरी तरह खत्म होने को है. डीएम कार्यालय से 15 दिन पहले एक पत्र जारी कर प्राइवेट स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि लॉकडाउन अवधि में अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव न बनाएं. अभिभावकों का कहना है कि प्राइवेट स्कूलों में एक माह के करीब सात से आठ हजार रुपये बच्चों की फीस लगती है. कई परिवार ऐसे हैं जिनकी कमाई पूरी तरह से बंद है. इस समय कर्ज देने वाला भी कोई नहीं. मामले पर जिला शिक्षा कार्यालय उदासीनजिला शिक्षा कार्यालय की ओर से एक सप्ताह पहले कहा गया था कि प्राइवेट स्कूलों की फीस वसूली को लेकर जल्द ही एक पत्र जारी कर दिशा निर्देश दिये जाएंगे. प्रभात खबर को रोजाना दर्जनों अभिभावक अपनी परेशानी को शेयर कर रहे हैं. इस बाबत जब जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार सिंह से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया था कि डीएम के आदेश की अवहेलना कोई स्कूल नहीं करेंगे. इस बाबत डीएम कार्यालय से निर्देश मांगकर लेटर जारी किया जायेगा. हालांकि अबतक कोई लेटर जारी नहीं हुआ. जानकारी के लिए जब बुधवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो रिंग के बावजूद फोन नहीं उठाया.