सुपर वाइजर से मांगा प्रगति प्रतिवेदन
यूजीसी ने रिसर्च रेगुलेशन 2016 के नियमों पालन नहीं करने पर टीएमबीयू के पांच पीजी विभागों को एक दिन पहले शोकॉज किया गया था. इसके बाद पीजी विभाग के विभागाध्यक्ष हरकत में आ गये है.
यूजीसी ने रिसर्च रेगुलेशन 2016 के नियमों पालन नहीं करने पर टीएमबीयू के पांच पीजी विभागों को एक दिन पहले शोकॉज किया गया था. इसके बाद पीजी विभाग के विभागाध्यक्ष हरकत में आ गये है. एक विभाग से पत्र जारी कर शोधार्थी के सुपर वाइजर से प्रगति प्रतिवेदन मांगी है. एक विभाग से पत्र जारी की सुपर वाइजर से कहा गया कि रिसर्च रेगुलेशन 2016 के तहत रजिस्ट्रेशन कराये शोधार्थी के प्रतिदिन की उपस्थिति एवं त्रैमासिक प्रगति प्रतिवेदन विभाग को ससमय उपलब्ध कराये. ताकि अग्रेतर कार्रवाई की जा सकें. अमुख विभाग में कॉलेजों व पीजी विभाग मिलाकर कुल 17 सुपर वाइजर को पत्र जारी की गयी है. बता दें कि रिसर्च रेगुलेशन 2016 का नियम उल्लंघन को लेकर प्रभात खबर ने प्रमुखता से खबर छपी थी. इसके बाद विवि प्रशासन ने कई पीजी विभागों का औचक निरीक्षण किया था. —————————————————– राजभवन ने पूछा, नये भवन में पढ़ाई क्यों नहीं हुई शुरू टीएमबीयू में संचालित एमबीए विभाग के नये भवन में अबतक पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है. इसे लेकर राजभवन के अपरा सचिव ने विवि के कुलपति व रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है. अपर सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने विवि से पूछा है कि एमबीए विभाग के नये भवन में पढ़ाई क्यों नहीं शुरू हो पायी है. इसे लेकर राजभवन ने रिपोर्ट मांगी है. दरअसल, जैन मंदिर कबीरपुर निवासी संतोष कुमार श्रीवास्तव ने राजभवन को लिखित शिकायत किया था कि 30 जुलाई 2022 को एमबीए विभाग के नये भवन का उद्घाटन किया गया है. इसके बाद भी नये भवन में पढ़ाई शुरू नहीं हुई है. बता दें कि करीब तीन करोड़ की राशि से एमबीए विभाग ने नये भवन का निर्माण कराया गया है. भवन तैयार होने से दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है. उधर, विभाग के निर्देशक प्रो निर्मला कुमारी ने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि नये भवन में पढ़ाई शुरू हो. लेकिन आचार संहिता के कारणा डेस्क-बेंच आदि की खरीदारी नहीं कर पा रहे है. आचार संहिता के समाप्त होने के बाद बची प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा. ——————————– नये विभागाध्यक्ष ने आइआरपीएम विभाग में दिया योगदान टीएमबीयू के पीजी आइआरपीएम विभाग में बुधवार को नये विभागाध्यक्ष प्रो निर्मला कुमारी ने योगदान दिया. वे डॉ भावना झा की जगह पर हेड बनी है. प्रो निर्मला कुमारी ने कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. विभाग के शैक्षणिक माहौल को सुदृढ़ किया जायेगा. मौके पर डॉ रवि प्रकाश यादव, डॉ देवेंद्र कुमार, मुकेश विजेता, महादेव कुमार, डॉ काजी कामरान आदि मौजूद थे.
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