// // भागलपुर में बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत, मगर पूरा शहर हो गया पानी-पानी, जानें आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

भागलपुर में बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत, मगर पूरा शहर हो गया पानी-पानी, जानें आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

पिछले तीन दिनों से भागलपुर में बारिश और बादलों की सक्रियता बढ़ने से लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है. मौसम विभाग का अनुमान है कि 15 मई तक राहत जारी रहेगी.

By Anand Shekhar | May 10, 2024 5:20 AM

Bihar Weather : भागलपुर जिले में बारिश का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. सुबह 7.30 बजे से शुरू हुई बारिश दोपहर डेढ़ बजे तक रुक-रुक कर होती रही. छह घंटे में 15.4 मिलीमीटर बारिश हुई. हवा में नमी की मात्रा बढ़कर 91 प्रतिशत तक हो गयी. इस कारण दोपहर का अधिकतम तापमान छह डिग्री कम होकर 24.5 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं गुरुवार तड़के सुबह न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री रहा. दिनभर पूर्वा हवा चलती रही. हवा की गति छह किमी प्रतिघंटा रही. बीते तीन दिनों से बारिश व बादलों की गतिविधियां बढ़ने से लोगों को भीषण गर्मी व हीटवेव से राहत मिली है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 15 मई तक राहत बरकरार रहेगी. 

बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि 10 से 14 मई के बीच भागलपुर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य रह सकता है. इस दौरान आसमान में बादल छाये रह सकते हैं. 10 मई को भी हल्की बारिश की संभावना है. इस दौरान पूर्वा हवा चलेगी और हवा की गति 7 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. किसान इन दिनों सब्जियों की सिंचाई रोक सकते हैं.

शहर के विभिन्न इलाकों में जलजमाव

इधर, बारिश के कारण गर्मी से राहत तो मिली, मगर भागलपुर शहर के विभिन्न इलाकों में सड़क पर पानी जमा हो गया. नालों की उड़ाही का काम पूरा नहीं होने के कारण पानी जमा रहा. गुरुवार दोपहर तक रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण मायागंज व सदर अस्पताल के ओपीडी में अन्य दिनों की तुलना में कम मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे. दो दिन पहले जहां मायागंज अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या 2300 तक पहुंच गयी थी.

अस्पताल में कम पहुंचे मरीज

वहीं, गुरुवार को महज 1550 मरीजों ने दोनों पालियों में इलाज कराया. मरीज व उनके परिजन वर्षा से बचाव के लिए सिर पर कपड़े व छाता लगाये नजर आये. गोद में छोटे-छोटे बच्चों को लेकर अभिभावक अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंचे थे. ओपीडी के प्रबंधक मधुकर ने बताया कि शहरी क्षेत्र के मरीज इलाज कराने पहुंचे थे. जबकि प्रखंडों व अन्य जिलों के मरीजों की संख्या कम रही. बारिश के कारण ओपीडी परिसर में साफ-सफाई का अभाव दिखा. मिट्टी लगे जूते चप्पल पहनकर आये मरीजों के कारण परिसर गंदा हो गया.

इधर, सदर अस्पताल के ओपीडी में भी कम मरीज दिखे. सदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास जलजमाव के कारण मरीजों व परिजनों को आने-जाने में काफी दिक्कत हुई. यही स्थिति मायागंज अस्पताल के अधीक्षक कार्यालय की तरफ मुख्य गेट के सामने दिखी. यहां पर पानी जमने से आवाजाही में दिक्कत हुई.

जल निकासी पर नगर निगम का फोकस

जलजमाव को देखते हुए सिटी में नालों की उड़ाही का काम गुरुवार को तो हुआ लेकिन, अन्य दिनों की तरह व्यापक पैमाने पर नहीं. नगर निगम का नाले की उड़ाही से ज्यादा जल निकासी पर फोकस रहा. सफाई कर्मियों को जल निकासी में लगाया गया था. इस दौरान निगम के स्वास्थ्य शाखा ने उन सभी प्वाइंट को चिह्नित किया, जहां जल निकासी अवरुद्ध हो रहा है. दर्जनभर से ज्यादा प्वाइंट चिह्नित किया है.

स्वच्छता प्रभारी ने जल निकासी में अवरुद्ध होने के कारणों को तलाश कर इसको दुरुस्त किया जायेगा. यह काम बरसात से पूर्व होगा. ताकी अभी जैसी स्थिति बरसात के दिनों में नहीं हो सके. उन्होंने बताया कि ऐसे सभी जगहों पर बारिश के आधे घंटे में पानी की निकासी हो गयी थी. जहां सबसे ज्यादा जलजमाव हुआ था, वहां के रोड को भी चिह्नित कर लिया गया है. बारिश के पानी का ठहराव नहीं होने देने पर काम होगा.

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