बीपीएससी में 40वां रैंक लाकर जेल सुपरिंटेंडेंट बना राकेश कुमार

राकेश कुमार दूसरे प्रयास में जेल सुपरिंटेंडेंट बना

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 1:15 AM

बीपीएससी की 69वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में रसलपुर थाना भोलसर चकराजू का राकेश कुमार दूसरे प्रयास में 40वां स्थान हासिल कर जेल सुपरिंटेंडेंट बना. राकेश सेंट जोसेफ पकड़तल्ला से 10वीं व 12वीं की परीक्षा डीपीएस रांची से और दिल्ली यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है. दिल्ली में रह कर तैयारी कर रहा था. अपनी सफलता का श्रेय मां रिंकू देवी के देते कहां कि कॉन्फिडेंस कमजोर होने पर मां प्रोत्साहित करते रहती थी. राकेश दो बहनों में इकलौता भाई है. पिता सुबोध सिंह पंजीयारा व्यवसायी हैं. गांव में जश्न का माहौल है. मां-पिता पुत्र की उपलब्धि पर काफी प्रसन्न हैं.

33वां रैंक ला आनंद गौतम वित्तीय प्रशासनिक अधिकारी बना

बीपीएससी में 33वां रैंक लाआनंद गौतम वित्तीय प्रशासनिक अधिकारी बन गया है. कहलगांव बरैनी हरचंदपुर गांव के स्व रवींद्र साह, मां चंदा कुमारी का पुत्र आनंद गौतम की सफलता से काफी खुशी है. आनंद गौतम की पढ़ाई लिखाई बाराहाट में हुई. पहले प्रयास में सफलता हासिल की है. मां ब्यूटी पार्लर चला अपने बच्चों को सफल बनायी. मां ने कहा पिता का सपना बहुत बड़ा पदाधिकारी बनने का था. वर्तमान में वह कर्नाटक में पोस्ट ऑफिस में नौकरी करता था. सफलता पर स्काउट के जिला प्रशिक्षक मुकेश आजाद, गोविंद चनानी, जग्गु चनानी, पंकज कुमार सिन्हा, गुरुदेव साह, चंदन मंडल, अमित कुमार, हरे राम निराला, डॉ योगेश कौशल, डॉ इंदु भूषण मिश्र देवेंदु,, मुरली पहाड़ के आचार्य मिश्री बाबा ने शुभकामनाएं दी है.

बीएससी में 23वां रैंक ला डीएसपी बना अंकित कुमार रंजन

रसलपुर थाना क्षेत्र पश्चिम टोला भोलसर का अंकित कुमार रंजन ने पहले प्रयास में 23वां स्थान हासिल किया है. भोलसर के नियोजित शिक्षक रुदल पंडित का पुत्र अंकित कुमार रंजन का डीएसपी के पद पर चयन हुआ है. चयन की खबर लगते ही भोलसर पश्चिम टोला गांव में जश्न का माहौल है. पुत्र की सफलता पर मां शबनम देवी, पिता रुदल पंडित और बड़े पापा विभीषण पंडित काफी खुश हैं. अंकित कुमार रंजन स्कूल की पढ़ाई गांव के ही पश्चिम टोला मवि भोलसर व उवि एकचारी से की है. उन्होंने जेई मेंस की परीक्षा निकाल एनआइटी जमशेदपुर से पढ़ाई 2023 में पूरा किया है. सेल्फ स्टडी से ही बीपीएससी में सफलता हासिल की है. उसने बताया कि सफलता में बड़ी बहन जूली का बहुत बड़ा योगदान है. दीदी ने ही पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और आर्थिक मदद की है. बहन जूली कुमारी बिहार इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में जूनियर इंजीनियर के पद पर काबिज हैं. उन्होंने ने बताया कि भाई के सफल होने से वह काफी खुश है. छोटी बहन डॉ अनु कुमारी एमबीबीएस की पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही पढ़ कर की है.

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