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रमजान का चांद दिखा, रोजा आज से, मस्जिदों में तरावीह शुरू, जानें सहरी और इफ्तार का समय

खानकाह-ए-शहबाजिया के सज्जादानशीन सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी हुजूर मियां ने माहे रमजान की मुबारकबाद दी है.

By Anand Shekhar | March 12, 2024 8:14 AM

भागलपुर. माहे रमजान का चांद सोमवार को दिखा गया है. मंगलवार को रमजान का पहला रोजा रखा जायेगा. दूसरी तरफ चांद दिखने के साथ ही मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज सोमवार को ईशा की नमाज के बाद शुरू हो गयी. खानकाह-ए-पीर शाह के 15वें सज्जादानशीन सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा कि रमजान सब्र व माफ़ी का महीना है. इस मुकद्दस महीने में लोगों की दुआ कबूल होती है. लिहाजा उम्मत-ए-मोहम्मदिया अल्लाह को खुश और राजी करने के लिए इबादत व जिक्र में लग जाना चाहिए.

सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा कि रमजान का मुकद्दस महीना शुरू होते ही तमाम अहले इमाम नेकियों की राह पर चलने के लिए तैयार हैं. दुनियाभर में हर्षोल्लास के साथ रमजान का मोकद्दस महीना इबादतों व नेकियों के एहतेमाम के साथ मनाया जाता है. इस मुबारक माह में ईमान वालों का रिजक बढ़ा दिया जाता है. नफील इबादत का सवाब फर्ज के बराबर कर दिया जाता है. एक फर्ज का  सवाब 70 फर्ज अदा करने के बराबर मिलता है.

शाह हसन ने कहा कि यह भलाई व खिदमत-ए-खलक करने का माह है. किसी रोजेदार को इफ्तार करा दे. उसको भी रोजा रखने के बराबर सवाब मिलता है. रमजान का माह अल्लाह से माफी मांगने व रहमत तलब करने का महीना है. सज्जादानशीन शाह हसन ने देश वासियों को पवित्र महीना रमजान की बधाई दी है. उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि रोजेदारों को चाहिए कि वह इस पवित्र महीने में देश में अमन व शांति और भाईचारा के लिए खुदा से दुआ करनी चाहिए.

मस्जिदों में सात दिन से लेकर 27 दिनों तक पढ़ी जायेगी तरावीह

माहे रमजान में पढ़े जाने वाली तरावीह की विशेष नमाज मस्जिदों में सात से 27 दिनों तक पढ़ी जायेगी. बरहपुरा जामा मस्जिद में हाफिज कुदरत उल्लाह 27 दिनों तक तरावीह पढ़ायेंगे. भीखनपुर जामा मस्जिद में हाफिज अब्दुल हादी 15 दिनों तक , खानकाह-ए-शहबाजिया स्थित शाहजहानी मस्जिद में कारी अब्दुल कलाम, शाही मस्जिद खलीफाबाग में मौलाना अकरम 27 दिनों तक तरावीह की विशेष नमाज अदा करेंगे. जबकि बरहुपुरा सहित शहर के कई मुस्लिम इलाकों में सात दिनों तक तरावीह की नमाज अदा की जायेगी.

खानकाह-ए-शहबाजिया के सज्जादानशीन ने रमजान की दी मुबारकबाद

खानकाह-ए-शहबाजिया के सज्जादानशीन सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी हुजूर मियां ने माहे रमजान की मुबारकबाद दी है. उन्होंने कहा कि चांद का सभी लोगों को दीदार हुआ है. इस माह में ज्यादा से ज्यादा इबादत करने के लिए लोगों से कहा है. माहे रमजान में रोजा रखने वालों को अल्लाह ताला खुद बंदों को इनाम देते है. इस माह का एक-एक पल रहमत से भरा है.

सऊदी अरब, ईरान व ईराक के खजूर से पटा बाजार

माहे रमजान को लेकर बाजार में चहल-पहल खासी बढ़ गयी है. रमजान में बनने वाले इफ्तेखार की सामग्री की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ बाजार में जुटी रही. सहरी और इफ्तारी के लिए बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने बाजार आ रहे हैं.

दूसरी तरफ रमजान में अपनी खास जगह रखने वाले खजूर की कई किस्में मॉल से लेकर बाजारों तक में सज गयी है. सऊदी अरब, ईरान व ईराक के खजूर से बाजार पटा है. इसमें कीमिया, ए-वन, पापा खजूर, फर्द, बरारी, कलमी सहित ईरानी खजूर की कई किस्में बाजार में उपलब्ध है. बाजार स्थित दुकान के दुकानदार कृष्ण मुरारी केसरी ने बताया कि रमजान को लेकर बाजार में खजूर की कई किस्में मिल रही हैं, लेकिन माहे रमजान में खजूर की ब्रिकी काफी बढ़ जाती है. सबसे ज्यादा मांग कीमिया व ईरानी खजूर की हो रही है. कीमिया खजूर 150 रुपये में आधा किलो व ईरानी खजूर कलमी 310 रुपये आधा किलो में मिल रहा है. सभी खजूर सऊदी अरब, ईरान व इराक के हैं. कोलकाता से मंगाया जाता है.

खजूर के फायदे

खजूर एक ऐसा फल है, जो सेहत के लिए बहुत ही अच्छा है. इसमें ढेरों पोषक तत्व पाये जाते हैं, और माना जाता है कि ये कई बीमारियों को दूर कर सकता है. रोजेदारों के लिए खजूर काफी फायदामंद है. शरीर में पानी व कब्ज को दूर करता है. ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है. शरीर का इमीनूयूटी पॉवर को बरकरार रखता है. साथ ही दिल को सेहतमंद बनाये रखता है.

खजूर खाना सुन्नत है

हजरत पैगंबर साहब को खजूर बहुत पसंद था. खजूर खाना सुन्नत है. माहे रमजान में खजूर से ही लोग इफ्तार करते हैं. मदरसा जामिया शहबाजिया के हेड शिक्षक मुफ्ती फारूक आलम अशरफी ने बताया कि खजूर रोजेदारों के लिए एक बड़ा गजा है. इससे शरीर को ताकत मिलता है. बहुत लोग सेहरी में भी खजूर खाना पसंद करते हैं.

तरबूज से पटा बाजार

रमजान को लेकर बाजार तरबूज से पट गया है. तरबूज की दुकानदारी कर रहे लोग बड़ी संख्या में तरबूज का स्टाक कर लिया है. बाजार स्थित तरबूज दुकानदार सूरज कुमार ने बताया कि रमजान में तरबूज की बिक्री काफी बढ़ जाती है. तरबूज 30-40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. वहीं, मुस्लिम बहुल इलाकों में भी तरबूज सहित कई फल से दुकान सज गया है.

नींबू का बाजार हुआ गर्म

रमजान आते ही नींवू का बाजार गर्म हो गया है. नींबू की कीमत अन्य दिनों की तुलना में बढ़ गया है. अब 20 रुपये में दो नींबू बिक रहे हैं. जबकि अन्य दिनों में 10 रुपये में तीन नींबू मिलते थे. बताया जा रहा है कि इफ्तार के वक्त नींबू का शरबत रोजेदारों की पहली पसंद होती है.

पपीता की भी कीमत बढ़ी

आम दिनों की तुलना में पपीता का भी कीमत बढ़ गया है. अब 50 रुपये प्रति किलो बाजार में बिक रहा है. बाजार स्थित दुकानदार अनिल कुमार ने बताया कि रमजान में पपीता की बिक्री अन्य दिनों के तुलना में अधिक होता है.

सहरी व इफ्तार का समय

  • पहला 4.38 बजे 5.51 बजे
  • दूसरा 4. 37 बजे 5.52 बजे
  • तीसरा 4.36 बजे 5.52 बजे
  • चौथा 4.35 बजे 5.53 बजे
  • पांचवां 4.34 बजे 5.53 बजे
  • छठा 4.33 बजे 5.54 बजे
  • सातवां 4.32 बजे 5.54 बजे
  • आठवां 4.31 बजे 5.55 बजे
  • नौवां 4.30 बजे 5.55 बजे
  • 10वां 4.29 बजे 5.56 बजे
  • 11वां 4.28 बजे 5.56 बजे
  • 12वां 4.27 बजे 5.57 बजे
  • 13वां 4.26 बजे 5.57 बजे
  • 14वां 4.25 बजे 5.57 बजे
  • 15वां 4.24 बजे 5.58 बजे
  • 16वां 4.23 बजे 5.58 बजे
  • 17वां 4.21 बजे 5.59 बजे
  • 18वां 4.20 बजे 5.59 बजे
  • 19वां 4.19 बजे 6.00 बजे
  • 20वां 4.18 बजे 6.00 बजे
  • 21वां 4.17 बजे 6.01 बजे
  • 22वां 4.15 बजे 6.01 बजे
  • 23वां 4.14 बजे 6.02 बजे
  • 24वां 4.14 बजे 6.02 बजे
  • 25वां 4.13 बजे 6.03 बजे
  • 26वां 4.12 बजे 6.03 बजे
  • 27वां 4.10 बजे 6.03 बजे
  • 28वां 4.09 बजे 6.04 बजे
  • 29वां 4.08 बजे 6.04 बजे
  • 30वां 4.07 बजे 6.05 बजे

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