BhagalpurNews:नारी के आदर व सम्मान से मिलती है रामकृपा:नीरज जी महाराज
नारी के आदर व सम्मान से मिलती है राम कृपा : नीरज जी महाराज
प्रतिनिधि, सुलतानगंज
श्रीश्री 108 श्यामा काली मंदिर भीरखुर्द उधाडीह सह माधोपुर के प्रांगण में श्री राम कथा के दौरान शुक्रवार को कथा वाचक नीरज जी महाराज ने कहा कि जानकी हरण कर जाते हुए रावण जटायु से युद्ध करता है. दोनों का उद्देश्य जानकी ही है. किन्तु एक मर्यादा हनन कर रहा व दूसरे मर्यादा की रक्षा कर रहे. माता जानकी की रक्षा के लिए जटायु ने अपने पंख कटवा लिया. रावण उसी जानकी जी को पाने की इच्छा से अपने कुल का नाश करवा लेता है. नारी पूजनीय है. नारियों के प्रति कुदृष्टि का परिणाम विनाश है. सम्मान व आदर भरी दृष्टि का परिणाम प्रभु कृपा है. जानकी नवमी पर माता जानकी पर विस्तार से प्रकाश डाला. कथावाचक ने कहा कि भगवान राम अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं कर पाये, किन्तु जटायु का संस्कार अपने हाथों से करते हैं. भावनाओं के भूखे राम अपने शरणागत जीवों के अवगुणों को भूल जाते हैं.जानकी नवमी पर हुआ सुंदरकांड का पाठ
शहर के ध्वजा गली स्थित श्री राम जानकी हनुमान मंदिर में शुक्रवार को जानकी नवमी धूमधाम के साथ मनाया गया. सुंदरकांड का पाठ अजगवीनाथ मानस संस्थान अजगवीनाथ धाम की ओर से किया गया. त्रिवेणी शर्मा की अध्यक्षता में कार्यक्रम में जानकी नवमी पर माता जानकी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सुंदरकांड का पाठ किया गया. इस दौरान मानस संस्थान के कई सदस्य मौजूद थे. वहीं, जानकी नवमी पर पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा स्नान कर बाबा अजगैबीनाथ की पूजा-अर्चना कर कई श्रद्धालु देवघर भी रवाना हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है