one nation one ration card: भागलपुर के लाभुकों में राशन कार्ड का वितरण चल रहा है. भीखनपुर वार्ड संख्या 34 में कई लाभुकों के हाथ में राशन कार्ड आने के बाद लोग उसे देख कर चौंक पड़े. कार्ड संख्या …00059921 के लाभुक की पत्नी को विवाहित बताया गया है, वहीं पति को अविवाहित करार दिया गया है. कार्ड संख्या …00064149 में कार्डधारक के परिवार में सात लोग हैं. उन सभी के नाम आवेदन में दिये गये थे, लेकिन कार्ड में कुल व्यक्तियों की संख्या एक बतायी गयी है. इस तरह की कई गड़बड़ियों वाले कार्ड का वितरण किया गया.
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भीखनपुर वार्ड नंबर 34 स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में राशन कार्ड का वितरण मंगलवार को किया गया. स्कूल की खिड़की को कार्ड वितरण का काउंटर बनाया गया था. स्कूल की खिड़की और चहारदीवारी के बीच ढाई फीट की जगह थी, जिसमें लाभुक ठूंसे हुए थे. कोई सोशल डिस्टैंसिंग नहीं. यहां तक कि सेनिटाइजर की भी व्यवस्था नहीं थी. पूछने पर कर्मी का कहना था कि उन्हें सेनिटाइजर खरीदने का पैसा विभाग ने नहीं दिया है. सभी लाभुक एक ही कलम से हस्ताक्षर कर रहे थे.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने निर्देश दिया था कि राशन कार्ड का वितरण डोर टू डोर करना है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की तैनाती करने और वितरण के समय सामाजिक दूरी का पालन व कोविड-19 से बचने का तमाम उपाय करने का निर्देश था. वितरण में गड़बड़ी होने पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया गया था.
शहर समेत जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत कई प्रशासनिक पदाधिकारी व कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जिले में संक्रमितों की संख्या 1000 पार कर गयी है, मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार भी कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. बावजूद जिले के प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को लॉकडाउन की स्थिति में नामांकन पखवारा, मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित चावल व राशि वितरण के लिए विभागीय स्तर पर लगातार दबाव डाला जा रहा है.
मंगलवार को शहर के टीएनबी कॉलेजिएट स्कूल परिसर में राशन कार्ड लेने के लिए लाभुकों की भीड़ लगी थी. कार्ड बांट रहे शिक्षक लोगों से मास्क लगाने व डिस्टैंस मेंटेंन करने की अपील करते रहे थे, लेकिन लोगों पर इसका कोई असर नहीं दिखा. कई शिक्षकों को वार्ड में राशन कार्ड वितरण की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी. शिक्षक नामांकन पखवारा में पोषक क्षेत्र भ्रमण, मध्याह्न भोजन योजना में छात्र-छात्राओं से संबंधित अभिभावकों को चावल व राशि व राशन कार्ड वितरण कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में जिले में लॉकडाउन व सामाजिक शारीरिक दूरी जैसे नियम का पालन नहीं हो रहा.
शिक्षकों का कहना है कि इन परिस्थितियों में कोरोना संक्रमण से बचना संभव नहीं दिख रहा है. प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ शेखर गुप्ता ने कहा कि शासन प्रशासन जान बूझकर शिक्षकों को कोरोना संक्रमित करना चाहती है. सरकार ही नहीं चाहती कि कोरोना संक्रमण का निदान हो. शिक्षक अपनी जान बचाने को फिक्रमंद हैं, कभी उन्हें अपनी तो कभी परिवार की चिंता सता रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya