टीएमबीयू के रजिस्ट्रार डॉ विकास चंद्र शनिवार को विवि की कमेटी के समक्ष उपस्थित हुए. उन्होंने कुलपति की ओर से लगाये गये 15 बिंदुओं को लेकर कमेटी से तीन सप्ताह का समय मांगा है. इसे लेकर कमेटी के कुछ सदस्यों ने नाराजगी भी जाहिर की है. बताया जा रहा है कि विवि प्रशासन ने 15 बिंदुओं पर आराेप लगाते हुए जवाब मांगा था. रजिस्ट्रार ने उन बिंदुओं पर राजभवन से मार्गदर्शन मांगा है. कमेटी के सदस्यों ने कहा कि राजभवन से मार्गदर्शन मांगने का कहीं से उचित नहीं बनता है. यह विवि का आंतरिक मामला है. लिहाजा रजिस्ट्रार अगर राजभवन से उन बिंदुओं पर मार्गदर्शन मांगा है, तो विवि नियम के उलट है. जबकि राजभवन को कोई भी पत्र भेजा जाता है, तो कुलपति के आदेश के बाद ही जाता है. सदस्य मुजफ्फर अहमद ने कहा कि बिना कुलपति के आदेश के रजिस्ट्रार राजभवन को कैसे पत्र भेज सकते हैं. उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार कार्यालय में बड़ी संख्या में फाइल हैं. ऐसे में रजिस्ट्रार विवि के विकास के काम को पीछे करना चाहते हैं. सदस्य मुजफ्फर अहमद ने कहा कि सीनेट सदस्य के नाते राजभवन को पत्र लिखकर रजिस्ट्रार के कार्यशैली की शिकायत की जायेगी. फाइल का समय पर निष्पादन नहीं किया जा रहा है. ऐसे में विवि में कई महत्वपूर्ण कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है. उच्च स्तरीय कमेटी में प्रो अशोक कुमार ठाकुर, डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार व सीनेट सदस्य मुजफ्फर अहमद है
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