– विवि के कुलपति ने 15 गंभीर बिंदुओं पर रजिस्ट्रार पर लगाया था आरोप
टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने लंबित फाइल, कार्यशैली में लापरवाही सहित 15 गंभीर बिंदुओं पर रजिस्ट्रार पर आरोप लगाया था. विवि प्रशासन ने जांच के लिए हाई लेवल कमेटी गठित की थी. कमेटी ने मामले में चार बार बैठक कर चुकी है. कमेटी के अनुसार रजिस्ट्रार को अपना पक्ष रखने के लिए 20 जून का अंतिम डेडलाइन तय किया गया था.कमेटी के संयोजक प्रो अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि रजिस्ट्रार ने 20 जून को मैसेज कर कहा कि वह किसी मामले को लेकर हाईकोर्ट में आये हैं. तब कमेटी ने 21 जून के शाम चार बजे तक रजिस्ट्रार के लिखित पक्ष आने का इंतजार किया गया. लेकिन उनका जवाब नहीं आया. ऐसे में कमेटी ने पूर्व में ही रजिस्ट्रार को पत्र देकर एक पक्षीय निर्णय लेने की बात कह चुकी है. इस पर कमेटी ने निर्णय भी ले लिया है.विवि सूत्रों के अनुसार शनिवार को रजिस्ट्रार डॉ विकास चंद्र बीएन कॉलेज पहुंच कर कमेटी के संयोजक प्रो अशोक कुमार ठाकुर को अपना लिखित पक्ष साैंपा है. वहीं, प्रो ठाकुर ने कहा कि रजिस्ट्रार का लिखित जवाब उन्हें मिला है. अब कमेटी ही उस जवाब पर निर्णय लेगा कि इस दिशा में आगे की प्रक्रिया किया होगी. दूसरी तरफ कमेटी के अन्य सदस्यों का कहना है कि निर्धारित तिथि के बीत जाने के बाद ही कमेटी को जवाब दिया गया है. कमेटी बैठक कर निर्णय लेगा.
शिक्षक प्रमोशन स्क्रूटनी कमेटी पर उठाया सवाल
छात्र राजद नेता व राजद खेल प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षा उमर ताज अंसारी ने बयान जारी कर विश्वविद्यालय प्रशासन पर पिछड़ों, दलितों व अल्पसंख्यकों को नज़रअंदाज करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गठित शिक्षक प्रमोशन स्क्रूटनी कमेटी में सिर्फ एक खास जाति को जगह दिया गया है. कमेटी में सवर्णों को ही स्थान दिया गया. यह कदापि उचित नहीं है. छात्र नेता ने कहा कि गठित कमेटी में जातीय व पक्षपात होने की संभावना है. संगठन मांग करता हैं की वर्तमान में गठित कमेटी को भंग करके नये कमेटी गठित की जाये. इसमें सभी वर्गों के सभी समुदायों को जगह दिया जाये. मांग पूरा नहीं हाेने पर विवि में आंदोलन किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है