गणतंत्र दिवस को लेकर एक ओर जहां जिले के अलग-अलग क्षेत्र में उत्साह बढ़ गया है, वहीं दूसरी ओर बुनकर बहुल क्षेत्रों में ठंड में धीमा पड़े कारोबार को गणतंत्र दिवस ने रेस कर दिया है. दरअसल दिल्ली, कोलकाता, आंध्रप्रदेश, गुजरात आदि से तिरंगा झंडा, दुपट्टा व साड़ी के ऑर्डर मिले, जिससे पांच करोड़ से अधिक का कारोबार होगा.
युवा सिल्क कारोबारी तहसीन सवाब ने बताया कि इस बार बुनकर बहुल क्षेत्र में ठंड के मौसम में दोहरी खुशी है. एक तो प्रयागराज में महाकुंभ को लेकर करोड़ों का कारोबार बढ़ गया. वहां सिल्क सिटी में बने भगवा दुपट्टा, साड़ी, मोदी बंडी आदि की खूब डिमांड है. अब गणतंत्र दिवस आने पर तिरंगा झंडा, तिरंगा दुपट्टा व साड़ी की डिमांड हो रही है. खुद उन्हें दक्षिणी क्षेत्रों से ऑर्डर मिले. युवा बुनकर हेमंत कश्यप ने बताया कि उन्हें 15 हजार पीस तिरंगा झंडा का ऑर्डर कोलकाता व दिल्ली के महाजन से मिला. इसके अलावा पूरे सिल्क सिटी से तीन लाख पीस तिरंगा साड़ी व दुपट्टा की सप्लाई देश के अलग-अलग हिस्सों में हो चुकी है. एक साड़ी की कीमत 700 से 3000 रुपये तक है, जबकि दुपट्टा 200 से 1000 रुपये तक. लोदीपुर के बुनकर भोला प्रसाद ने बताया कि उन्हें भी बिहार के विभिन्न स्थानों व कोलकाता से तिरंगा स्टॉल व साड़ी के ऑर्डर मिले थे. ऐसे में पूरे भागलपुर प्रक्षेत्र से आठ करोड़ का कारोबार का अनुमान है. बताया कि महाकुंभ में भगवा दुपट्टा प्रयागराज भेजा गया है. इससे पहले ठंड का ऑफ सीजन ही माना जाता था. इस बार महाकुंभ के साथ गणतंत्र दिवस को लेकर भी ठीकठाक कारोबार हुआ.
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