रिसर्च रेगुलेशन-2016 को परीक्षा बाेर्ड में रखने की तैयारी

रिसर्च रेगुलेशन-2016 को किस रूप में लागू किया जाये, इसके लेकर टीएमबीयू परीक्षा बोर्ड विचार करेगा. इस रेगुलेशन में शाेधार्थियाें के लिए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य किया गया है.

By Prabhat Khabar Print | May 16, 2024 9:14 PM

रिसर्च रेगुलेशन-2016 को किस रूप में लागू किया जाये, इसके लेकर टीएमबीयू परीक्षा बोर्ड विचार करेगा. इस रेगुलेशन में शाेधार्थियाें के लिए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा हर तीन माह में शाेधार्थी काे अपने सुपरवाइजर काे प्रगति प्रतिवेदन भी देना होगा. शाेध थीसिस के मूल्यांकन के लिए सुपरवाइजर सहित कुल सात एक्सपर्ट होंगे. इसमें तीन एक्सपर्ट बिहार से बाहर के अलग-अलग राज्याें के हाेने चाहिए. उधर, कुछ सुपरवाइजर व शाेधार्थियाें ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि प्रतिदिन हाजिरी बनाने का नियम व्यावहारिक नहीं है, ऐसे में कोई शाेधार्थी भागलपुर में रहते हैं. सुपरवाइजर पीबीएस काॅलेज बांका या जेपी काॅलेज नारायणपुर में हैं, तो शाेधार्थी काे प्रतिदिन भागलपुर से नारायणपुर या बांका जाना संभव नहीं है. उन्होंने विकल्प बताया कि जाे शोधार्थी जहां रह रहे हैं, उसी काॅलेज या संबंधित विषय वाले विभाग में हाजिरी बनाने की अनुमति दी जाये. वहीं, विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद कुमार झा ने कहा कि मामले को परीक्षा बोर्ड में रखा जायेगा. बोर्ड ही नियमानुसार निर्णय ले सकता है. ————————————— कार्मेल कर प्राचार्या सिस्टर सेंड्रा व मैनेजर सिस्टर मेरेशियन को दी गयी विदाई कार्मेल स्कूल में गुरुवार को प्राचार्या सिस्टर सेंड्रा व मैनेजर सिस्टर मेरेशियन के सम्मान में विदाई समारोह आयोजित किया गया. स्कूल के मीडिया प्रभारी राजेश कुमार साह ने बताया कि प्राचार्या व मैनेजर का भागलपुर का कार्यकाल पूरा हो गया है. सिस्टर सेंड्रा का स्थानांतरण गोरखपुर के स्कूल में प्राचार्या के रूप में किया गया है. स्कूल के छात्राओं ने नृत्य नाटिका के माध्यम से प्राचार्या के जन्म से अब तक के जीवन सफर को दर्शाया. सिस्टर के कार्यकाल का 25 वर्ष पूरा होने पर सिल्वर जुबिली भी मनाया गया. प्राचार्या सिस्टर सेंड्रा व मैनेजर सिस्टर मेरेशियन भागलपुर कार्मेल स्कूल में मई 2021 में अपना कार्यकाल की शुरुआत की थी. प्राचार्या सिस्टर सेंड्रा ने छात्राओं सहित स्कूल के सभी कर्मियों के बेहतर भविष्य की कामना की है. उन्होंने कहा कि अभी तक के उनके कार्यकाल में सबसे बेहतर स्कूल, बच्चे व शिक्षक के साथ नन टीचिंग स्टॉफ यहां के रहे हैं. ——————————– जिले के 500 से अधिक नियोजित शिक्षकों को मिलेगी प्रोन्नति जिले के नियोजित शिक्षकों को टाइमबांड प्रोन्नति दी जायेगी. इसके लिए शिक्षकों की 20 वर्ष की सेवा अवधि पूरी होनी चाहिए. जिले 500 से अधिक शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा. जिला शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना देवनारायण पंडित ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए शिक्षक नियोजन नियमावली 2020 में वर्णित प्रावधान का पालन किया जायेगा. इसको लेकर कालबद्ध प्रोन्नति देने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. उन शिक्षकों की सूची तैयार करने का काम किया जा रहा है. इसे लेकर सभी नियोजन इकाई को पत्र भेजा जा रहा है. डीपीओ ने कहा कि पूर्व में भी शिक्षकों को इसका लाभ दिया गया था.

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