सुलतानगंज. मिरहट्टी गांव में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बुधवार को कथावाचिका श्रेयांशी पांडे ने कहा कि प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने व धर्म की स्थापना के लिए होता है. उन्होंने कृष्ण जन्म प्रसंग सुनाया. भगवान के जन्मोत्सव को लेकर विस्तार से कथा सुनाते कहा कि कर्म के अनुसार ही फल मिलता है. इस कारण व्यक्ति को हर समय सद्कर्म करना चाहिए. कथा में काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
भाई हो तो भरत जैसा,जिसने अयोध्या का राज श्री राम को समर्पित करने चित्रकूट पहुंचे : देवी रश्मि किशोरी
कहलगांव प्रखंड के बरैनी गांव में आयोजित नौ दिवसीय 11 कुंडीय श्री श्री 1008 महाविष्णु महायज्ञ के संध्याकालीन रामकथा के अष्टम दिवस पर वृंदावन से पधारी देवी रश्मि किशोरी जी ने अपने कथा का प्रारंभ श्री राम झांकी के साथ करते हुए कहा की तुलसीदास जी ने श्री राम कथा में हर एक संबंध को किस प्रकार से निभाना चाहिए यह दृष्टिगत कराया है. पिता-पुत्र में माता-माता में भाई-भाई में पति-पत्नी में स्वामी-सेवक में भक्त और भगवान में क्या प्रेम होना चाहिए यह बताया है. आज के समाज में लोग कथा सुनते हैं, लेकिन मानते नहीं. भाई हो तो भरत जैसा जिसने अयोध्या का राज त्याग कर श्री राम को समर्पित करने चित्रकूट पहुंचे. विडंबना है धर्म की कैसी रीति है. एक धर्म के कारण प्राणों का त्याग करके स्वर्गवासी हो गये. एक धर्म के वचन के कारण वनवासी हो गये और एक यानी महाराज भरत अपने भाई की आज्ञा पालन करने के लिए राज्य में रहते हुए भी बनवासी हो गये. यज्ञ में व कथा सुनने काफी बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु तथा स्थानीय ग्रामीण और आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे.भव्य कलश शोभायात्रा निकाली
सुलतानगंज नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत महंत बाबा स्थान, हनुमान मंदिर के निकट मुंशीपट्टी में बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित अखंड रामधुन को लेकर भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. शोभा यात्रा में शामिल महिला, युवतियां रामधुन स्थल से कलश लेकर पैदल गंगा घाट पहुंच कर गंगा स्नान कर नियम निष्ठा के साथ कलश में गंगाजल लेकर रामधुन स्थल पहुंची. कलशयात्रा के बाद अखंड रामधुन शुरू हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है