मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत बरारी पंचायत के मीराचक से ज्योति विहार मोहल्ला से एनएच को जोड़ने के लिए पथ निर्माण का कार्य दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. इस दौरान एक पक्ष का विरोध जारी रहा. दंडाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की वजह से कार्य निर्बाध जारी रहा. बुधवार को सड़क निर्माण का कार्य अधूरा रह गया था. अंधेरा होने की वजह से दंडाधिकारी और बल वापस लौट गये थे. जिसके बाद इलाके में फायरिंग की घटना होने की चर्चा फैल गयी. हालांकि, पुलिस की जांच में फायरिंग की पुष्टि नहीं हुई.
गुरुवार को भी पुलिस और दंडाधिकारी के जाने के बाद स्थानीय लोग विरोध करते हुए हो हल्ला-हंगामा शुरू कर दिया. जिसमें अधिकांश महिला के शामिल थीं. इसकी सूचना जीरोमाइल पुलिस को दी गयी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हंगामा करने वालों को शांत कराया. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी दंडाधिकारी और बलों की मौजूदगी में सड़क निर्माण कराये जाने की बात बतायी गयी.
21 डिसमिल जमीन को अपना बता कर रहे विरोध
मिली जानकारी के अनुसार ज्योति विहार और मीराचक को एनएच से जोड़ने के लिए किये जा रहे सड़क निर्माण के कार्य में पीसीसी पथ लगभग पांच सौ तीस फीट का निर्माण किया जाना है. इसके लिए 10 लाख रुपये की राशि निर्धारित की गयी है. जिसका विरोध एक स्थानीय किसान कर रहे हैं. उनका आरोप है कि सड़क निर्माण में जिस भूमि का उपयोग किया जा रहा है उसमें से 21 डिसमिल भूमि उनकी है. इसको लेकर उनकी ओर से न्यायालय में वाद भी दाखिल किया गया है. जिसकी सुनवाई लंबित है. कोट :शांति-व्यवस्था के बीच दंडाधिकारी और बलों की निगरानी में मीराचक में सड़क निर्माण किया जा रहा है. किसी भी प्रकार के विरोध होने पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. सड़क निर्माण की मॉनिटरिंग सदर एसडीएम कर रहे हैं.
– राज, सिटी एसपी, भागलपुर.
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