PHOTOS: भागलपुर में बिलबिला रहे सैंकड़ों रसेल वाइपर, एशिया का सबसे खतरनाक सांप घरों में छिप रहा
बिहार के भागलपुर में एशिया के सबसे खतरनाक सांप रसेल वाइपर अब अधिक मिलने लगे हैं. आए दिन बड़ी तादाद में इस सांप का रेस्क्यू किया जाता है.
रसेल वाइपर… यह सांप देखने में अजगर के बच्चे जैसा लगता है लेकिन इसकी हकीकत यह है कि ये एशिया का सबसे अधिक खतरनाक और विषैला सांप है. जिसके काटने के बाद इंसान के जिंदा रहने की संभावना बहुत ही कम होती है. बिहार का भागलपुर जिले में ये सांप (Russell viper in bihar) अब अधिक दिखने लगे हैं. 10 साल यहां इस सांप की संख्या नहीं के बराबर थी. लेकिन अब हालात ये हैं कि रसेल वाइपर सांप अक्सर किसी के घर से या बाहर घूमते दिख जाते हैं. हाल में ही एक गर्ल्स हॉस्टल से 42 रसेल वाइपर सांपों का रेस्क्यू किया गया.
गर्ल्स हॉस्टल में 42 रसेल वाइपर मिले
भागलपुर में आए दिन रसेल वाइपर सांप का रेस्क्यू किया जा रहा है. रसेल वाइपर सांप भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे खतरनाक सांप माना जाता है. वहीं भागलपुर में पिछले कुछ सालों से रसेल वाइपर की संख्या में बेतहासा बढ़ोतरी देखी गयी है. हाल में ही एक गर्ल्स हॉस्टल में टंकी से 42 रसेल वाइपर सांप मिले. रसेल वाइपर ने बड़ी तादाद में बच्चे दिए थे. बता दें कि रसेल वाइपर मादा सांप अंडा नहीं देती, सीधे बच्चे को जन्म देती है.
ALSO READ: भागलपुर में गर्ल्स हॉस्टल से निकले 42 खतरनाक रसेल वाइपर, सांप बिलों से निकलकर घरों में घुस रहे
एशिया का सबसे खतरनाक सांप, काटने पर मौत की ही संभावना अधिक
रसेल वाइपर, कोबरा और करैत जैसे सांप काफी विषधर प्रजाति में आता है. होमोटॉक्सिन नामक जहर इस सांप में पाया जाता है. जो इंसान के शरीर में जाते ही खून का थक्का बना देता है. जिस इंसान को यह काटता है उसकी मौत मल्टीपल ऑर्गेन फेल्योर से हो जाती है. दस मिनट के अंदर ही इंसान के अंदर यह जहर अपना असर दिखाने लगता है. जिसके कारण मरीज को बचने का भी मौका बहुत कम मिल पाता है.
कैसे करें रसेल वाइपर की पहचान
रसेल वाइपर सांप तीन से चार फीट का होता है. इसका शरीर मोटा होता है जबकि इस सांप का सिर चिपटा होता है. गहरे पीले रंग का यह सांप होता है. जिसके शरीर पर भूरे रंग के धब्बे होते हैं. इस सांप को जब किसी तरह का खतरा महसूस होता है तो यह प्रेशर कूकर की सिटी की तरह आवाज करता है. मादा सांप छह माह तक गर्भधारण करती है और एक साथ 25 से 35 बच्चों को जन्म देती है.