कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह का गुरुवार को कहलगांव गंगा किनारे अंतिम संस्कार किया गया. गंगा तट पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता सहित कई सीनियर नेता उपस्थित थे. वे लीवर रोग से लंबे समय से पीड़ित थे.
कांग्रेस के कद्दावर नेता सदानंद सिंह का 78 वर्ष की उम्र में बुधवार की सुबह पटना में निधन हो गया था. कहलगांव के कांग्रेस प्रखंड कार्यालय से गुरुवार को सदानंद सिंह की अंतिम यात्रा निकाली गई. अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरान लोगों ने सदानंद सिंह अमर रहे के नारे भी लगाए. इसके पूर्व सदानंद सिंह के पैतृक आवास धुआवै गांव में उनके पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. जहां पर श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा.
सदानंद सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कहलगांव के गंगा घाट पर किया गया. मुखाग्नि उनके पूत्र शुभानंद मुकेश ने दी. सदानंद सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रताप, कहलगांव से भाजपा विधायक पवन यादव, राजद प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु समेत कई नेता पहुंचे थे.
इससे पहले बुधवार को उनके पार्थिव शरीर को बिहार विधानसभा, फिर कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम और भूतनाथ रोड स्थित उनके आवास पर लाया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा समेत सभी दलों के कई नेताओं ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की थी.