दियारा में तेज हुआ बालू-मिट्टी का खेल, पुलिस-प्रशासन मौन

दियारा में तेज हुआ बालू-मिट्टी का खेल, पुलिस-प्रशासन मौन

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2020 5:57 AM

लॉकडाउन खुलने के बाद से ही खनन माफियाओं का मनोबल एक बार फिर से बढ़ गया है. बांका जिले से सटे भागलपुर जिले में बालू माफियाओं की गतिविधि तेज हो गयी है. सबौर थाना क्षेत्र के दियारा इलाका मिट्टी का खनन और जोगसर थाना क्षेत्र के ठीक पीछे नाथनगर थाना क्षेत्र के शंकरपुर दियारा से अवैध बालू का खनन में तेजी आयी है. सबौर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में टैरा मंडल और उसके गिरोह का वर्चस्व बताया जा रहा है, वहीं मानिक सरकार घाट से सटे शंकरपुर दियारा इलाके से होने वाले अवैध खनन का तार कंपनीबाग इलाके से जुड़ा बताया जा रहा है.

इस खनन पर जिला प्रशासन के खनन विभाग और भागलपुर पुलिस की चुप्पी कुछ और ही कहानी कह रही है. इस अवैध कारोबार में लिप्त माफिया दावा कर रहे हैं कि उनके इस अवैध कारोबार में पुलिस और प्रशासन दोनों का ही सहयोग प्राप्त होता है. रजौन थाना क्षेत्र से सटे जगदीशपुर थाना क्षेत्र सहित कजरैली और सजौर थाना क्षेत्र में भी बालू माफियाओं की गतिविधि तेज हो गयी है. बुधवार रात बांका पुलिस ने जिला के तीन बालू माफियाओं की गिरफ्तारी की थी. उन्होंने बालू के कारोबार का कनेक्शन भागलपुर में होने की बात कबूल की थी. बावजूद भागलपुर पुलिस और प्रशासन इस बाबत कोई भी कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है.

मानिक सरकार घाट :

मानिक सरकार घाट से सटे नाथनगर थाना क्षेत्र के शंकरपुर दियारा के छारण में होने वाले बालू का अवैध खनन और उसे निकाल कर बाजार में बेचने का कारोबार काफी तेजी से फल फूल रहा है. नाथनगर पुलिस उक्त दियारा में शायद ही कभी गश्ती के लिए पहुंची हो, लेकिन यह सारा खेल जोगसर थाना पुलिस के नाक के नीचे से चल रहा है. शंकरपुर दियारा में होने वाले अवैध खनन के बाद दर्जनों ट्रैक्टर बालू रात के अंधेरे में मानिक सरकार घाट होकर भागलपुर शहरी क्षेत्र होकर निकाले जाते हैं. बावजूद इसके विरुद्ध पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है. लोगों का आरोप है कि हर रोज रात में गुजरने वाले ट्रैक्टरों से गश्ती दल के पुलिसकर्मी अवैध वसूली करते हैं. कुछ माह पूर्व ही स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत सीनियर एसपी से की थी, जोगसर थानेदार पर वरीय अधिकारियों के दबाव के बाद चंद ट्रैक्टरों को पकड़ कोरम पूरा किया गया था.

सबौर रामनगर दियारा : एक वर्ष पूर्व अवैध मिट्टी खनन का किसान महेंद्र मंडल के विरोध करने के बाद पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी गयी थी. उक्त मामले में ममलखा के कुख्यात अपराधी टैरा मंडल व उसके सहयोगियों को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था. टैरा के अपराधों की लंबी फेहरिस्त की वजह से उसके विरुद्ध पुलिस मुख्यालय ने 50 हजार रुपये इनाम की भी घोषणा की थी. एसटीएफ ने टैरा को कटिहार जिले से धर दबोचा था. टैरा के गिरफ्तार होने के बाद भी दियारा में अवैध मिट्टी खनन और उसे बेचने का कारोबार टैरा जेल में ही बैठ कर चला रहा है. टैरा के रिश्तेदार और सहयोगी इस कारोबार को धड़ल्ले से चला रहे हैं, जिसमें जिले के कुछ जनप्रतिनिधियों और सरकारी मुलाजिमों का सहयोग प्राप्त है. हर रोज सैकड़ों मिट्टी लदे ट्रैक्टर सबौर स्थित एनएच 80 से दिन-रात गुजरते हैं, लेकिन इसकी सुधी लेने वाला तक कोई नहीं.

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