पुलिस पर पथराव के बाद दुम्मा बॉर्डर पर झारखंड पुलिस की चौकसी बढ़ी, सुल्तानगंज से चल पड़े हैं हजारों कांवरिये
Sawan Somvair 2020, Shravani Mela 2020, Deoghar, Jharkhand News, Bihar News : रांची : सुल्तानगंज से कांवर लेकर आये कांवरियों के पथराव के एक दिन बाद सोमवार (6 जुलाई, 2020) खओ झारखंड पुलिस ने बिहार और झारखंड की सीमा पर स्थित दुम्मा बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है. देवघर जिला की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. देवघर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए बाबानगरी में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सात अस्थायी टीओपी के साथ तीन स्थायी टोओपी बनाये गये हैं. सात इंट्री प्वाइंट को सील कर दिया गया.
रांची : सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर आये कांवरियों के पथराव के एक दिन बाद सोमवार (6 जुलाई, 2020) खओ झारखंड पुलिस ने बिहार और झारखंड की सीमा पर स्थित दुम्मा बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है. देवघर जिला की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. देवघर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए बाबानगरी में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. सात अस्थायी टीओपी के साथ तीन स्थायी टोओपी बनाये गये हैं. सात इंट्री प्वाइंट को सील कर दिया गया.
देवघर के एसपी ने पुलिसकर्मियों से कहा है कि किसी भी हाल में देवघर में बिहार, ओड़िशा, बंगाल या बाहर से आने वाले किसी भी श्रद्धालु से भरे बस या वाहन को शहर में प्रवेश नहीं देना है. इस बात का ध्यान रखना है कि कहीं बस की जगह श्रद्धालु ट्रक पर सवार होकर न पहुंच जायें. इससे समस्या उत्पन्न हो सकती है. उन सभी को समझा-बुझाकर वापस भेजना है.
एसपी ने यह भी हिदायत दी है कि किसी भी हाल में देवघर आने की कोशिश करने वाले श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए. सभी पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि वे वर्दी में रहें और अनुशासन का पालन करें. शहर के सभी इंट्री प्वाइंट पर चेकिंग की व्यवस्था की गयी है. देवघर में सुरक्षा-व्यवस्था व विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए देवघर प्रशासन की मांग पर एक हजार से अधिक पुलिस पदाधिकारी व पुलिसकर्मी देवघर पहुंच गये हैं.
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर इस वर्ष श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हो रहा है. लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन श्रद्धालु हैं कि मानने का नाम नहीं ले रहे. रविवार को सुल्तानगंज से जल लेकर दुम्मा पहुंचे कांवरियों ने वहां तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया. बाद में वे गेट पर ही जलार्पण करके लौट गये.
इस बीच, सोमवार को खबर है कि सावन के पहले दिन और पहली सोमवारी को भागलपुर जिला के सुल्तानगंज स्थित पवित्र उत्तर वाहिनी गंगा में 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगायी. बड़ी संख्या में कांवरिये गंगा जल लेकर बाबाधाम रवाना हो चुके हैं. इन श्रद्धालुओं ने अजगैबीनाथ मंदिर के बाहर ही जलार्पण किया. यह मंदिर अभी बंद है.
Also Read: Sawan 2020 : देवघर वाले बाबा इस बार सिर्फ ऑनलाइन दर्शन देंगे, भव्य आरती देखने के लिए यहां क्लिक करें
भक्तों को यह पता है कि उन्हें देवघर की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा, लेकिन वह बाबानगरी में जल अर्पण करने पर उतारू हैं. उनका कहना है कि बाबाधाम की धरती पर भी जल चढ़ा देंगे, तो बाबा प्रसन्न हो जायेंगे. हालांकि, बहुत से ऐसे भी श्रद्धालु थे, जो सुल्तानगंज में यह मालूम होने पर कि देवघर में प्रवेश नहीं मिलेगा और बाबा को जलार्पण की अनुमति नहीं मिलेगी, अपने घर लौट गये.
Posted By : Mithilesh Jha