लॉकडाउन में स्कूलों ने बढ़ाया फीस, अभिभावकों से मांग रहे लेट फाइन
लॉकडाउन में जरूरी सामान की बढ़ रही कीमतों के बीच शहर के निजी स्कूलों ने भी हजारों अभिभावकों को झटका दिया है. स्कूलों ने लॉकडाउन अवधि में स्कूल बंद होने के बावजूद फीस जमा करने का निर्देश छात्रों के अभिभावकों को दिया है
भागलपुर : लॉकडाउन में जरूरी सामान की बढ़ रही कीमतों के बीच शहर के निजी स्कूलों ने भी हजारों अभिभावकों को झटका दिया है. स्कूलों ने लॉकडाउन अवधि में स्कूल बंद होने के बावजूद फीस जमा करने का निर्देश छात्रों के अभिभावकों को दिया है. वहीं जब अभिभावक ऑनलाइन फीस जमा करने का प्रयास कर रहे हैं तो इसमें लेट फाइन की राशि दिख रही है. दक्षिणी क्षेत्र के एक अभिभावक ने बताया कि अप्रैल से जून तक की फीस की राशि करीब 15465 रु है. इसमे लेट फाइन 20 रुपये जुड़ा हुआ है.
वहीं सबौर के एक अभिभावक ने बताया कि बिना पढ़ाये स्कूल प्रबंधन पूरी फीस मांग रहा है. वहीं सरकारी निर्देश के उलट फीस की राशि भी बढ़ा दी गयी है. अभिभावकों ने कहा कि लॉकडाउन में हमारा काम पूरी तरह बंद है. घर में रखे पैसे व राशन खत्म होने की कगार पर है. ऐसे में स्कूलों को लॉकडाउन अवधि की फीस माफ करनी चाहिए. इस बाबत भागलपुर के डीएम ने भी दिशा निर्देश जारी किया था. शिक्षा विभाग आज जारी करेगा लेटर निजी स्कूलों की मनमानी पर जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि वह सोमवार को इस बाबत एक पत्र जारी करेंगे.
पत्र को जिलाधिकारी के पास भी उचित कार्रवाई के लिए भेजा जायेगा. अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर डीएम ने लॉकडाउन अवधि में स्कूलों को फीस नहीं लेने संबंधी पत्र जारी कर दिया है. डीएम का आदेश हर स्कूल पर लागू है. बावजूद निजी स्कूल प्रबंधन इस आदेश की अवहेलना कर रहे हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि हर वर्ष सात प्रतिशत तक फीस बढ़ाएं. जिले के स्कूलों ने कितना फीस बढ़ाया है, इसकी रिपोर्ट ली जायेगी. उन्होंने कहा कि महामारी को देखते हुए स्कूलों को अपने अभिभावकों को राहत देनी चाहिये.