बांका के रजौन थानाक्षेत्र के सिंहनान घाट से लेकर घोघाबियर तक अवैध बालू उठाव पर रोक के बावजूद माफियाओं द्वारा अरबों रुपये के अवैध बालू उठाव करने की खबर प्रभात खबर में प्रकाशित होने व छापेमारी के लिए डीएम बांका के निर्देश के बाद बांका एसडीएम अविनाश कुमार और एसडीपीओ विपिन बिहारी ने मंगलवार रात बालू घाटों पर छापेमारी की. अफसरों की टीम में खनन विभाग के इंस्पेक्टर और अमरपुर थानाध्यक्ष भी शामिल थे. मंगलवार देर रात एसडीओ-डीएसपी ने चार घंटे तक अमरपुर क्षेत्र के किशनपुर, मालदेवचक आदि इलाके मे छापेमारी की. हालांकि इस दौरान कुछ नहीं पकड़ा गया. चार घंटे तक खनन टीम घाटों पर रही. माइनिंग अफसरों की माने तो माफिया साइलेंट थे. कोई नदी में बालू चुराने नहीं पहुंचा था. उधर अमरपुर क्षेत्र के बेरमा, भदरिया, लौसा आदि घाट पर बालू नदी से निकालने की खबर है.
बड़ी चुनौती : लूट ले गये अरबों के बालू, रिकवरी कितनी हो पायेगी
रजौन के खुशहालपुर के किसानों ने बताया कि पिछले 6-7 साल मे अरबों रुपये के अवैध बालू तस्करों ने उठा लिये. अब प्रशासन कितने रकम की रिकवरी कर पाता है, यह देखना होगा. इसके लिए दोषी अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है. ऐसे अधिकारियों के संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए.
खेत बंजर हो गये, विरोध करने पर माफिया डराते हैं
स्थानीय किसानों ने बताया कि करीब 15 साल पहले उनलोगों का खेत लहलहाती थी.पर बेतहाशा बालू खनन होने लगा. इससे नदी गड्ढा हो गया. खेतों तक पानी नहीं जाने लगा. खेत बंजर हो गये. बालू खनन से जलसंकट होने लगा. पर रोके बाद भी माफिया हावी रहे. बालू उठाव से मना करने पर माफिया डराते हैं. रजौन, जगदीशपुर, सजौर क्षेत्र में अवैध बालू खनन व ट्रैक्टरों से परिवहन का वीडियो, फोटो अक्सर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को भेजा जाता है. पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती.
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