कहीं आपका गार्ड भी फर्जी आर्म्स लाइसेंस के साथ तो ड्यूटी नहीं कर रहा? भागलपुर में लगातार हो रहे खुलासे..
Bihar News: भागलपुर में फर्जी आर्म्स लाइसेंस के साथ गार्ड कई जगहों पर ड्यूटी देते हुए पकड़ाए हैं. जानिए आप कैसे सतर्क रहें
अगर आप सुरक्षा के दृष्टिकोण से गार्ड की तैनाती कर रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाइए. कहीं ऐसा ना हो कि आपने जिस गार्ड को अपनी सुरक्षा के लिए तैनात किया है वो आपके लिए ही मुसीबत का कारण बन जाइए. दरअसल, भागलपुर में दो मामले हाल के दिनों में सामने आए हैं जिसमें फर्जी आर्म्स लाइसेंस पर गार्ड ड्यूटी कर रहा था. हथियार और कारतूस को पुलिस ने जब्त किया है गार्ड को भी हिरासत में लिया है. अधिकतर मामलों में ऐसा नहीं होता लेकिन कुछ मामले ऐसे जरूर आए हैं जिसने लोगों को सतर्क किया है.
भागलपुर में फर्जी आर्म्स लाइसेंस के साथ गार्ड गिरफ्तार
अवैध हथियारों की बरामदगी को लेकर भागलपुर पुलिस इन दिनों अभियान चला रही है. इस दौरान भागलपुर पुलिस ने एक के बाद एक करके कई हथियार तस्करों को पकड़ा है. हथियारों के खेप भी बरामद किए गए हैं. वहीं इसी कड़ी में दो ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें सिक्युरिटी गार्ड के पास से आर्म्स के फर्जी लाइसेंस मिले.विगत दिनों बबरगंज स्थित एक बैंक के कैश वैन में फर्जी आर्म्स लाइसेंस पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड को गिरफ्तार किया था.
ज्वेलरी शो रूम में फर्जी लाइसेंस के साथ गार्ड गिरफ्तार
भागलपुर पुलिस को एक और सफलता बीते गुरुवार को मिली जब कोतवाली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर क्षेत्र के सोनापट्टी स्थित हरिओम लक्ष्मीनारायण ज्वलर्स दुकान में प्रतिनियुक्त सुरक्षा गार्ड को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उसके पास से एक दोनाली बंदूक और 5 जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया. लाइसेंस मंगा कर की गयी जांच में पाया गया कि उसके पास मौजूद आर्म्स लाइसेंस पर जम्मू के उद्धमपुर जिलाधिकारी का मोहर है.
न तो लाइसेंस में यूआइएन कोड है और न ही ऑनलाइन इंट्री
लाइसेंस की जांच जिला शस्त्र दंडाधिकारी के कार्यालय से करायी गयी तो पाया गया कि उक्त लाइसेंस फर्जी है. न तो लाइसेंस में यूआइएन कोड है और न ही इसकी कोई भी ऑनलाइन इंट्री है. जिला शस्त्र दंडाधिकारी के द्वारा उक्त लाइसेंस को फर्जी बताया गया. जिसके बाद ज्वेलरी शॉप के गार्ड झारखंड के साहेबगंज जिला स्थित डिहारी हाजीपुर निवासी विनोद रविदास को गिरफ्तार कर लिया गया.
8 सालों से ड्यूटी कर रहा था गार्ड
ज्वेलरी शॉप के मालिक लक्ष्मीनारायण वर्मा से इस संबंध में पूछताछ की गयी तो उन्होंने बताया कि विनोद रविदास उनकी दुकान पर विगत 8 सालों से बतौर सुरक्षा गार्ड हथियार के साथ कार्यरत था. बुधवार देर शाम हुई कार्रवाई के बाद गुरुवार को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
अगर आप भी रख रहे हैं आर्म्स के साथ गार्ड, तो किजिए ये काम..
कानून मामलों के जानकारों का कहना है कि अगर आप भी अपनी सुरक्षा के लिए आर्म्स के साथ गार्ड रख रहे हैं तो आपको जिला शस्त्र दंडाधिकारी के पास अपने गार्डों के लाइसेंस और उनके हथियार का सत्यापन जरूर कराना चाहिए. बता दें कि ऐसे मामले पहले सामने नहीं आए. लेकिन इन दिनों एक के बाद एक करके दो जगहों से ये मामले सामने आए हैं. कुछ ही लोग ऐसे हैं जो आंख में धूल झोंक कर फर्जी लाइसेंस बनाकर आर्म्स लेकर गार्ड की नौकरी करने लगे हैं.आपको भी ऐसे मामले में सबकुछ जांच परख के बाद ही आर्म्स के साथ गार्ड को तैनात करना चाहिए.