टीएमबीयू से विवि प्रतिनिधि (यूआर) सूची में चुनाव जीत कर आये सीनेट सदस्य को तरजीह नहीं दिये जाने पर आपत्ति दर्ज करायी गयी है. इसको लेकर मंगलवार को सीनेट सदस्य डॉ मुश्फिक आलम के नेतृत्व में सीनेट सदस्यों के शिष्टमंडल ने कुलपति से उनके आवासीय कार्यालय में मुलाकात की. शिष्टमंडल ने संबद्ध व बीएड कॉलेज में विवि द्वारा जारी यूआर के अधिसूचना पर सवाल उठाया. साथ ही अधिसूचना के त्रुटि से भी कुलपति को अवगत कराया. डॉ मुश्फिक आलम ने कहा कि यूआर नियुक्ति में चयनित सीनेट सदस्यों को कम जगह दी गयी है. इसमें नामित सदस्यों को तरजीह दी गयी है. इस तरह की नियुक्ति में एफिलिएटेड कॉलेज के सीनेटर को एफिलिएटेड कॉलेज में ही नियुक्ति करने से बचा जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया है. इसमें कुछ पीजी हेड को सीनेटर की भूमिका में दिखाया गया है, जबकि रोटेशन के आधार पर वह सीनेट के सदस्य नहीं हैं. डॉ आलम ने कहा कि वार्ता के क्रम में कुलपति प्रो जवाहर लाल ने शिष्टमंडल को भरोसा दिलाया है कि विवि में अकादमिक माहौल बनाने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं. यूआर की नियुक्ति की त्रुटि में सुधार किया जायेगा. सभी चयनित सीनेटर को इसमें जगह दी जायेगी. शिष्टमंडल में सीनेट सदस्य प्रो अरविंद कुमार शाह, डॉ सुधीर कुमार सिंह, डॉ आनंद शंकर, डॉ सुप्रिया शालिनी व डॉ निशांत सिंह थे. प्रमोशन प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आग्रह सीनेट सदस्यों ने शिक्षकों को मिलने वाले प्रमोशन की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि लंबे समय से विवि में प्रमोशन का मामला अटका है, जबकि दूसरे विश्वविद्यालयों में प्रमोशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. सीनेट सदस्यों ने कहा कि पहले प्रमोशन में दिये गये आवेदन में हुई त्रुटि को भी सुधार करने का आग्रह किया. सेवा संपुष्टि का भी मामला उठाया सीनेट सदस्यों ने लंबित एरियर, चाइल्ड केयर लीव, क्रेच व 2020 के बाद की नियुक्तियों की सेवा संपुष्टि का भी मामला उठाया. सीनेट सदस्यों ने बताया कि मामले में कुलपति ने आश्वासन दिया कि अलग-अलग टीम बनाकर अलग-अलग स्तर से प्रमोशन की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जायेगा. पुरानी त्रुटि में भी सुधारा कराया जायेगा.
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