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गर्मी से राहत दिलाने वाला बाजार हुआ गर्म, रसदार फलों की बढ़ी डिमांड, तो कीमत भी चढ़ी

भीषण गर्मी में आइसक्रीम, सत्तू, तरबूज, नारियल पानी, आदि रसदार फलों की डिमांड बढ़ गई है. अकेले भागलपुर में रोजाना इन चीजों का 50 लाख का कारोबार हो रहा है.

By Anand Shekhar | April 29, 2024 6:10 AM

भागलपुर में हीट वेव (Heat Wave) से लोग खासे परेशान हैं. राहत पाने के लिए लोग रसदार फल व शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं. चौक-चौराहों पर सत्तू और नींबू पानी के ठेले सजे हैं. प्रचंड गर्मी में बाजार में आम, तरबूज, खरबूजा, अंगूर, खीरा और ककड़ी की मांग बढ़ने के साथ कीमत भी बढ़ गयी है. फिर भी राहत पाने के लिए रसदार फलों की ओर लोगों का रुझान है. संबंधित कारोबारियों के आंकड़े के अनुसार राेजाना 50 लाख से अधिक कारोबार हो रहा है.

तरबूज से हो रहा है रोजाना 10 लाख का कारोबार, तो नारियल डाब से छह लाख तक

सब्जी मंडी के अलावा शहर में अन्य जगहों पर सड़क किनारे भारी संख्या में तरबूज के ढे़र लगे हैं. गर्मी के मौसम में तरबूज लोगों की पहली पसंद है. तरबूज का रेट भी दूसरे फलों से कम है. सबसे अधिक तरबूज, अंगूर, संतरा, अनार की मांग बढ़ी है. उन्होंने बताया कि जब तक रमजान था, तब तक यहां महाराष्ट्र व उड़ीसा से तरबूज आया और अब प्रदेश के विभिन्न जिलों सुपौल, सहरसा, कटिहार-काढ़ागोला से अधिक तरबूज आ रहे हैं.

गर्मी से राहत दिलाने वाला बाजार हुआ गर्म, रसदार फलों की बढ़ी डिमांड, तो कीमत भी चढ़ी 2

थोक में 15 रुपये किलो, जबकि खुदरा में 20 से 25 रुपये किलो तक तरबूज बिक रहे हैं. रोजाना 10 लाख का कारोबार हो रहा है. उन्होंने बताया कि नारियल डाब आंध्रप्रदेश व कर्नाटक से आ रहे हैं. अभी नारियल डाब 30 से 50 की बजाय 60 से 70 रुपये पीस बिक रहे हैं. रोजाना छह से सात लाख तक का कारोबार हो रहा है.

प्रतिदिन पांच टन से अधिक सत्तू खा-पी रहे हैं भागलपुरवासी

आटा, सत्तू व मसाला उद्यमी अजय कुमार आलोक ने बताया कि गर्मी बढ़ने के बाद खासकर चना सत्तू की डिमांड बढ़ गयी. अभी भागलपुर में पांच टन से अधिक चना सत्तू बिक रहे हैं. इसके अलावा गेहूं, मकई व जौ के सत्तू बिक रहे हैं. पांच लाख से अधिक का रोजाना कारोबार हो रहा है.

पांच लाख के बिक रहे आइसक्रीम

आइसक्रीम कारोबारी रंजीत मंडल ने बताया कि अलग-अलग ब्रांडेड कंपनी के आइसक्रीम की बिक्री हो रही है. इससे रोजाना पांच लाख का कारोबार हो रहा है. एक-एक छोटे दुकानदार 1500 से 2500 रुपये की आइसक्रीम प्रतिदिन बेच रहे हैं.

रसदार फलों की बढ़ी डिमांड, तो कीमत भी चढ़ी

10 से 20 रुपये किलो वाला खीरा 20 से 40 रुपये किलो हो गया है. इसके साथ ही विदेशी फलों की भी मांग बढ़ गयी है. कीवी 30 से 40 रुपये पीस और स्ट्रॉबेरी 100 रुपये का पैकेट बिक रहा है. कीवी न्यूजीलैंड से आता है. मोहम्मद साहेब ने बताया कि अभी कश्मीर वाला सेब कोल्ड स्टोर से आ रहा है.

जो सेब पहले 80 से 100 रुपये किलो बिक रहा था, वो अब 150 रुपये किलो तक बिक रहा है. इसके अलावा 60-70 की नारंगी 150 रुपये तक बिक रहे हैं. अनार 100 से 150 रुपये किलो बिक रहा है. अंगूर 60-70 रुपये किलो था, वह अभी 100 से 120 रुपये किलो हो गया है.

चेन्नई व आंध्रप्रदेश का आम है खास

आम कारोबारी मनोज कुमार ने बताया कि अभी चेन्नई व आंध्रप्रदेश से गुलाब खास, पीएम, तोतापरी, बैगन आदि आ रहा है, जो 150 से 200 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. 15 दिन बाद बंगाल से बंबई आम आ जायेगा.

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है ये फल

आयुर्वेद चिकित्सक डॉ राधेश्याम अग्रहरि ने बताया कि ककड़ी और खीरा शरीर को ठंडा रखता है. ककड़ी डिहाइड्रेशन से बचाता है. साथ ही टॉक्सिन को शरीर से बाहर करता है. तरबूज, खीरा कोलेस्ट्रोल, कब्ज, बदहजमी और पेट दर्द से संबंधित बीमारियों से बचाता है.

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