भागलपुर: बौंसी-हंसडीहा मुख्य मार्ग के पूरब में नाला गायब हो चुका है. सड़क किनारे बसे मोहल्ले के लोगों को सड़क पर अपने घरों का गंदा पानी बहाना पड़ रहा है, इससे राहगीर परेशान हैं. स्थानीय लोग मच्छर व सड़ांध से परेशान हैं. 20 वर्षों से यहां के लोगों की नाला बनाने की मांग पूरी नहीं हो पायी.
बौंसी-हंसडीहा मार्ग को स्टेट हाइवे से बदल कर नेशनल हाइवे का दर्जा मिल चुका है, लेकिन अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गयी. न ही फुटपाथ और न ही दोनों ओर नाला. घर का नाला सड़क पर बहता है.
हंसडीहा मुख्य मार्ग के 30 फीसदी लोगों ने अपने-अपने घर में शॉकपिट बनवाया है, ताकि अपने नाला को सड़क पर नहीं बहाना पड़े. शॉकपिट से जहां लोग वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा दे रहे हैं, तो दूसरी ओर से अपनी परेशानी से बच रहे हैं. गुड़हट्टा चौक स्थित खैरा लॉज के कुमार संतोष ने बताया कि बरसात में यह सोकपीट भी काम करना बंद कर देता है. शौचालय के पानी निकासी जरूरी हो जाती है. बुजुर्ग विंदेश्वरी प्रसाद ने बताया कि इस क्षेत्र की हालत बरसात में बदतर हो जाती है. यह पुराने जमाने से व्यापारिक क्षेत्र रहा है. घर से निकलने वाला पानी भी सड़क पर और सड़क का पानी घर में घुसने लगता है. इस क्षेत्र के गैरेज में बारिश का पानी घुस जाता है.
दो वर्ष पहले तत्कालीन नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा ने दक्षिणी क्षेत्र के बड़े नाला को बनाने के लिए इस्टीमेट बनवाया था. उन्होंने बताया था कि फंड आते ही काम शुरू हो जायेगा, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा है.