भागलपुर : कोरोना महामारी के समय ममता से समझाैता कर कई मां अपने बच्चों से दूर ड्यूटी पर मुस्तैद हैं. प्रभात खबर ने कोरोना वारियर्स की भूमिका निभा रही शहर की कई महिलाओं से उनकी परेशानी को समझने का प्रयास किया. महिलाओं ने बताया कि अपने और परिवार के ऊपर हमेशा खतरा रहता है. बावजूद वह सभी सुरक्षा उपाय को अपनाकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही हैं.
बूढानाथ मोहल्ला निवासी कुमारी अनुश्री बीते छह वर्षों से रामानंदी देवी हिंदू अनाथालय स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में समन्वयक के पद पर कार्यरत हैं. अनाथालय में रह रहे नवजात से छह वर्ष के अनाथ बच्चों के लालन पालन में उनका दिन बीत रहा है. इनमें 11 लड़की व पांच लड़के हैं. इस कार्य में अनुश्री को 13 महिला कर्मचारी भी साथ दे रही हैं. अनुश्री ने बताया कि वह अपनी पांच साल की बेटी अनवी को घर पर छोड़कर ड्यूटी पर आती हैं. त्योहार पर वह अनाथ बच्चों के बीच जरूर समय देते हैं.
उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए उनके पति गीतांजू सूरज, ससुर हरेकृष्ण नारायण कंठ व सास अंजू देवी प्रोत्साहित कर रही हैं. पुलिसकर्मी सुनीता को ड्यूटी में बच्चाें का मिलता है भीखनपुर निवासी व बिहार पुलिस में बीएमपी के पद पर कार्यरत सुनीता कुमारी ने बताया कि इस महामारी के समय पुलिसकर्मियों की ड्यूटी और भी चैलेंजिंग हो गया है. काेरोना वारियर्स के साथ साथ मुझे मां की भूमिका निभानी पड़ती है. इस काम में मेरा बेटा शौर्य सानू और बेटी ऋचा रानी का खूब सहयोग मिल रहा है. –