अब परीक्षा नियंत्रक भी हुए हमलावर, कहा- कुलसचिव जानबूझकर फाइलों को अटका रहे
कुलसचिव पर हमलावर हुए परीक्षा नियंत्रक
BHAGALPUR_NEWS प्रश्न पत्र छपाई मामले में टीएमबीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद कुमार झा ने कहा कि यह काम काफी गोपनीय होता है. कुलसचिव जानबूझकर फाइलों को अटका रहे हैं, वे बेवजह संचिकाओं को लंबित करते हैं. इससे छात्रों से जुड़े कार्य समय पर नहीं हो पाते हैं. परीक्षाओं के आयोजन में भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. कुलसचिव के लेट-लतीफी और कार्य प्रणाली सही नहीं रहने का खामियाजा परीक्षा विभाग सहित यहां के छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की जैम पोर्टल से मार्कशीट प्रिंट करने वाले कागज की खरीदारी से संबंधित संचिका भी कुलसचिव कार्यालय में कई दिनों से लंबित है. कुलसचिव द्वारा समय पर परीक्षा विभाग के संचिकाओं का निष्पादन नहीं किए जाने के कारण करीब 70 हजार छात्रों की परीक्षा प्रभावित हो सकती है. साथ ही प्रिंटिंग प्रेस के भुगतान की संचिका भी कुलसचिव कार्यालय में है. उन्होंने कहा कि यदि फाइल अधूरी है या उसमें उनको किसी भी तरह की आपत्ति है, तो संचिका को संबंधित विभाग को तुरंत वापस करना चाहिए. कुलसचिव ने कहा मामले पर कुलसचिव ने कहा कि फाइलों में बहुत सारी कमियां हैं. जिसे खोला नहीं जा सकता. जब तक कमियां रहेंगी, संचिकाएं लंबित रहेंगी. इंटर कॉलेज के एफिलिएशन से संबंधित कागजात वीसी ने मांगा
भागलपुर. टीएमबीयू प्रशासनिक भवन के पीछे अवस्थित पीएनए साइंस कॉलेज के एफिलिएशन और सड़क मामले को कुलपति प्रो जवाहर लाल ने गंभीरता से लिया है. कुलपति ने कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ संजय कुमार झा से पीएनए साइंस कॉलेज के एफिलिएशन से संबंधित संचिका की मांग की है. जिले के 160 निजी स्कूलाें ने ही कराया निबंधन
शिक्षा विभाग के एसएसए में अभियंत्रण कोषांग में शुक्रवार को बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता डीपीओ एसएसए डॉ जमाल मुस्तफा ने की. उन्होंने बताया कि जिले में 236 प्रस्वीकृति प्राप्त निजी स्कूल हैं, जिसमें से 160 स्कूलों ने अबतक ज्ञानदीप पोर्टल पर निबंधन कराया है. इसलिए जिन्होंने अब तक ज्ञानदीप पोर्टल पर निबंधन नहीं कराया है, उन्हें चिह्नित करते हुए निबंधन करना सुनिश्चित किया जाये. साथ ही साथ जिन निजी स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है, उसे बंद करने के लिए कार्रवाई की जाये. इसके अलावा जिन निजी स्कूलों द्वारा ई-संवधन पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है, उसकी सूची तीन दिनों के अंदर उपलब्ध करायी जाये, ताकि वहां के बच्चों का नामांकन सरकारी स्कूल में करवाया जा सके. अभियंत्रण कोषांग की बैठक में डीपीओ माध्यमिक शिक्षा नितेश कुमार, डीपीओ योजना व लेखा बबीता कुमारी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
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