आत्माराम मेडिकल्स के संचालक बलराम केडिया के पुत्र रौनक केडिया की हत्या के विरोध में शुक्रवार को भागलपुर मुख्य बाजार की अधिकतर दुकानें स्वत:स्फूर्त बंद रही. 40 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ. इतना ही नहीं बाहर से आये ग्राहकों व खुदरा दुकानदारों को वापस लौट कर जाना पड़ा.
विशाल मेगा मार्ट समेत अन्य प्रतिष्ठान के संचालकों व पुलिस से प्रदर्शनकारी की हुई नोकझोंक
इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के नेतृत्व में विभिन्न व्यावसायिक संगठन व सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन हाय-हाय, हत्यारों को फांसी की सजा दो, आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने की बजाय चालान काटना बंद करो आदि नारे लगाये. रौनक के हत्यारों को जल्द पकड़ने और कड़ी सजा देने की भी मांग की. प्रदर्शन के क्रम में पेट्रोलिंग कर रही पुलिस से प्रदर्शनकारियों की थोड़ी नोकझोंक हो गयी. फिर दोनों ओर से धैर्य का परिचय दिया गया. कोतवाली चौक के समीप विशाल मेगा मार्ट व बड़ी बाटा समीप एक प्रतिष्ठान के संचालक से प्रदर्शनकारियों ने नोकझोंक किया. हालांकि नेतृत्व कर रहे व्यवसायी प्रतिनिधियों ने मामले को संभाला और प्रतिष्ठान बंद करा कर आगे बढ़ गये. चेंबर के उपाध्यक्ष शरद सलारपुरिया, महामंत्री सीए पुनीत चौधरी, सचिव प्रदीप जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार, विश्वकर्मा महासंघ के विशाल आनंद, स्वर्णकार संघ के विजय साह, पार्षद अमित टिंकल, हाेजियरी संघ के अध्यक्ष रामगोपाल पोद्दार, पार्षद अश्विनी जोशी मोंटी, गिरधर गोपाल मावंडिया, सुरेश मोहता, मारवाड़ी सम्मेलन के महामंत्री अनिल खेतान, दादीजी सेवा समिति के महामंत्री ओमप्रकाश कानोडिया, मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष रचित बजाज, रितेश धर्मानी, अनिल कड़ेल, टेक्सटाइल मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के गिरधारी केजरीवाल, सुनील जैन, इस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के आलोक अग्रवाल, क्रेडाई के नितेश संथालिया समेत भागलपुर मशीनरी डीलर्स एसोसिएशन, भारतीय विश्वकर्मा संघ, खाद्यान्न व्यवसायी संघ, भागलपुर कंप्यूटर एसोसिएशन, भागलपुर जिला अग्रवाल सम्मेलन, श्री मारवाड़ी ब्राह्मण मंडल, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, मारवाड़ी सम्मेलन, केडिया सभा आदि के प्रतिनिधि भी भागलपुर बंद में शामिल हुए. प्रदर्शन के दौरान रिक्शा से माइकिंग करा कर भी आम दुकानदारों से अपनी दुकान बंद करने की अपील की गयी. लगातार दूसरे दिन भी एमपी द्विवेदी रोड की खुदरा दुकानें भी सहानुभूतिपूर्वक बंद रखी गयी, जबकि कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने केवल थोक दवा दुकान बंद रखने की घोषणा की थी.
15 हजार छोटी-बड़ी दुकानें रहीं बंद
शुक्रवार को रौनक की हत्या के विरोध में बाजार के अधिकतर प्रतिष्ठान बंद रहे. हालांकि तातारपुर समेत शहर के विभिन्न चौक-चौराहे की दुकानें खुली रही. भागलपुर मुख्य बाजार में 15 हजार से अधिक छोटी-बड़ी दुकानें हैं. यहां 40 करोड़ से अधिक कारोबार प्रभावित हुआ. सोनापट्टी की आभूषण दुकान, हड़ियापट्टी में खाद्यान्न, सूजागंज में कपड़ा बाजार, खलीफाबाग व आसपास सभी तरह की चीजों की दुकानों का शटर गिरा रहा वेराइटी चौक से लेकर स्टेशन चौक तक प्रदर्शनकारियों को छोड़ ग्राहकों के लिए सन्नाटा छाया रहा. शाह मार्केट के दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें बंद रखी.
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