परीक्षा नियंत्रक व पीजी हेड को शोकॉज

शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद भी पाेर्टल पर विद्यार्थियों का डाटा अपर्याप्त उपलब्ध कराये जाने पर टीएमबीयू प्रशासन ने गंभीरता से लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 9:34 PM

शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद भी पाेर्टल पर विद्यार्थियों का डाटा अपर्याप्त उपलब्ध कराये जाने पर टीएमबीयू प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. इस बाबत टीएमबीयू के कुलपति ने कड़ा एक्शन लेते हुए परीक्षा नियंत्रक, सभी पीजी हेड, सभी अंगीभूत कॉलेजों के प्रभारी प्राचार्य, नोडल पदाधिकारी, सभी संबद्ध कॉलेजों व वोकेशनल कोर्स के निर्देशक को भी मंगलवार को शोकॉज किया गया है. सभी से मंगलवार शाम सात बजे तक ही शोकॉज का जवाब मांगा गया है. जबकि परीक्षा नियंत्रक डॉ कृष्ण कुमार को एक दिन पहले सोमवार को शोकॉज किया गया था. परीक्षा नियंत्रक ने मंगलवार को जवाब रजिस्ट्रार कार्यालय को उपलब्ध करा दिया है. इसे लेकर कुलपति प्रो जवाहर लाल के आदेश पर रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने अधिसूचना जारी की है. रजिस्ट्रार कार्यालय से सभी शैक्षणिक संस्थानों के वरीय पदाधिकारी को पत्र भेजा गया है. उधर, रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने कहा कि शिक्षा विभाग से लगातार पत्र व फोन के माध्यम से अधिकारी निर्धारित तिथि के अंदर विद्यार्थियों का डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया था. लेकिन कॉलेजों व पीजी विभागों से कार्य में लापरवाही बरती गयी. उन्होंने कहा कि परीक्षा नियंत्रक ने जवाब दे दिया है. क्यों नहीं आपका वेतन अगले आदेश तक रोका जाये – विवि से शोकॉज में कहा गया कि विद्यार्थियों का डाटा उपलब्ध कराने में लापरवाही बरती गयी. इस कारण से निर्धारित 31 दिसंबर तक पूरा डाटा अपलोड नहीं किया जा सका है. ऐसे में परीक्षा नियंत्रक व सभी पीजी विभाग के हेड का शोकॉज के माध्यम से कहा गया कि क्यों नहीं आपका अगले आदेश तक के लिए वेतन रोक दिया जाये. नोडल पदाधिकारी डॉ विजय शंकर सिंह को भेजे गये शोकॉज में कहा गया कि इस कार्य के लिए आपको नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया था. लेकिन 30 दिसंबर तक डाटा अपलोड का कार्य पूर्णत: अधूरा है, जो विवि के कार्य के प्रति घोर लापरवाही है. सभी अंगीभूत कॉलेज के प्रभारी प्राचार्यों को किये गये शोकॉज में कहा गया कि विद्यार्थियों की मांगी गयी डाटा अपर्याप्त है. 31 दिसंबर तक विद्यार्थियों का डाटा अपलोड नहीं होने पर कॉलेज के विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी. साथ ही अगले आदेश तक के लिए वेतन रोका जायेगा. वहीं, सभी संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्य को शोकॉज में कहा गया कि डाटा अपर्याप्त मिलने का काम अधूरा रहा. ऐसे में कॉलेजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए सरकार को क्यों नहीं पत्र भेजा जाये. 31 दिसंबर तक डाटा अपलोड करने की अंतिम तिथि – सरकार से जारी पत्र के अनुसार 31 दिसंबर तक सरकार के पोर्टल पर विवि के विद्यार्थियों का डाटा अपलोड करने का अंतिम दिन था. करीब 20 हजार विद्यार्थियों का डाटा अपलोड किया गया है. उच्च शिक्षा विभाग ने विवि से तीन शैक्षणिक सत्र 2021, 2022 व 2023 के अंतर्गत स्नातक, पीजी व वोकेशनल कोर्स में नामांकित विद्यार्थियों का डाटा उपलब्ध कराने के लिए कहा था. ताकि सरकार के डीजी लॉकर के पोर्टल पर विद्यार्थियों का डाटा अपलोड किया जा सके

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