Ganga Level Raises: गंगा के जलस्तर बढ़ने से श्रावणी मेला की व्यवस्था प्रभावित
Ganga Level Raises: गंगा के जलस्तर बढ़ने से कांवरियों के विश्राम के लिए बनाये गये जर्मन हैंगर पानी में डूब गया.
Ganga Level Raises: गंगा के जलस्तर बढ़ने से श्रावणी मेला की व्यवस्था प्रभावित होने लगी है. कांवरियों के विश्राम के लिए बनाये गये जर्मन हैंगर पानी में डूब गया. नयी सीढ़ी घाट की 12 सीढ़ी डूब गयी. केवल चार सीढ़ी पर ही कांवरिया गंगा जल भर रहे हैं. नमामि घाट पर काफी कम जगह में कांवरिया स्नान कर रहे. दो सीढ़ी पानी में डूबने से बची है. नमामि गंगे घाट के रास्ते पर दो फीट पानी बहने लगा. नाला का पानी गंगा के पानी में मिल गया, जिसे पार कर कांवरिया जा रहे हैं. श्मशान घाट इसी रास्ते से लोग शव लेकर जा रहे हैं, इससे कांवरियों परेशानी हो रही है.
Ganga Level Raises: जर्मन हैंगर में सुविधा समाप्त, चौकी, बिछावन हटाया
नमामि गंगे घाट पर जिला प्रशासन से कांवरिया के लिए बनाये गये जर्मन हैंगर में गंगा का पानी रविवार को प्रवेश करने से सभी व्यवस्था को समेटना शुरू कर दिया गया है. सुबह गंगा का पानी प्रवेश करने के बाद चौकी, बिछावन सहित सारी सुविधा को समेटना शुरू कर दिया है. शौचालय में पानी प्रवेश कर गया है. लोग नमामि गंगे घाट सड़क पर पानी से मुख्य घाट पहुंच रहे हैं. गंगा घाट पर जर्मन हैंगर के बगल में बदबू से श्रद्धालु परेशान है. भीड़ के आगे व्यवस्था कम पड़ रही है.
Ganga Level Raises: जर्मन हैगर बनाने में लगा था 10 दिन, मेला पूर्व ही डूबा
नमामि घाट पर डीएम ने कांवरियों की भीड़ को देखते हुए एक हजार कांवरिया के ठहराव के लिए जर्मन हैंगर बनाने का निर्देश दिया था. 22 जुलाई से मेला प्रारंभ होने के बाद 24 जुलाई से लाखों खर्च कर निर्माण शुरू हुआ. 10 दिन तक दिन-रात काम हुआ. जर्मन हैंगर तैयार होने के बाद कांवरिया के आराम करने का सिलसिला जारी था. मेला भर कांवरियाें को मुकम्मल सुविधा नहीं मिल सकी. अचानक गंगा के जलस्तर बढ़ने से पानी आ गया. जर्मन हैंगर से सारी सुविधा को हटाने का सिलसिला जारी है.