Bhagalpur News : श्रावणी मेला सिर पर, पर्यटक सूचना केंद्र पर लटका है ताला
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 22 जुलाई से है. भारी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु शामिल होंगे. लेकिन जिले की पर्यटकीय प्रशासनिक व्यवस्था चौपट है.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 22 जुलाई से है. भारी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु शामिल होंगे. लेकिन जिले की पर्यटकीय प्रशासनिक व्यवस्था चौपट है. स्थिति यह है कि पर्यटन के बारे में जानकारी तक देने वाला कोई नहीं है. देश-विदेश से आने वाले घरेलू व विदेशी पर्यटकों को सूचना उपलब्ध कराने वाला प्रमंडलीय सूचना केंद्र, भागलपुर के कार्यालय पर ताला लटक गया है. यह कार्यालय कंबाइंड बिल्डिंग में है. शुक्रवार को प्रभात खबर टीम ने कार्यालय की पड़ताल की, लेकिन कार्यालय बंद पाया गया. दिन के 12:52 बजे कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लटका हुआ था. कुछ देर रुकने के बाद भी इस कार्यालय का कोई कर्मी वहां नहीं पहुंचा. बगल के कार्यालय के एक कर्मी ने बताया कि एक कर्मी इस कार्यालय में है. साफ-सफाई के लिए भी कर्मी है. कार्यालय का कर्मी कहीं गया होगा. लेकिन कुछ देर बाद भी कोई नहीं आया. शाम 4:30 बजे भी कार्यालय ता ताला नहीं खुला था. बोर्ड पर लिखा सूचना केंद्र भी मिटने लगा है.
ऐसे में भागलपुर के पर्यटन क्षेत्र विकास हो कैसे
भागलपुर में पर्यटन क्षेत्र का विकास कैसे संभव है, जब यहां आनेवाले पर्यटकों को अपना गाइड रखने की मजबूरी हो. करीब नौ-10 वर्ष पहले तत्कालीन कमिश्नर मो मिनहाज आलम ने पर्यटन सूचना केंद्र का निरीक्षण किया था. जीर्ण-शीर्ण स्थिति को देख कर आगे की कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था, लेकिन अब तक विभाग की स्थिति जस की तस बनी हुई है. वर्ष 2005 में यह कार्यालय खोला गया था. इसकी वजह भी है. विक्रमशिला महाविहार, महर्षि मेंहीं आश्रम, कर्णगढ़, टिल्हा कोठी, शाहजंगी की मजार, शाहकुंड पहाड़, सुलतानगंज जैसे पर्यटक स्थल भागलपुर में हैं. घरेलू व विदेशी पर्यटकों के आवागमन का डाटा कलेक्शन करना भी इसी कार्यालय की जिम्मेदारी होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है