श्रावणी मेले का आयोजन इस बार धूमधाम से किया जा रहा है. दो वर्षों से कोरोना की वजह से स्थगित विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत गुरुवार से हो रही है. इससे पहले भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में कांवरियों की भीड़ जुटने लगी है. देवघर जाने से पहले जा भरने के लिए कांवरियों के सुल्तानगंज पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है. गुरु पूर्णिमा के मौके पर बुधवार को बड़ी संख्या में कांवरियों ने सुलतानगंज पहुंचकर गंगा स्नान किया.
सुल्तानगंज कांवरिया पथ दुकानों से स चुकी है. हर तरफ बोल बम के नारे गूंजने लगे हैं. सुरक्षा को मध्य नज़र रखते हुए यहां मेले की निगरानी के लिए 125 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. इसके साथ ही सुरक्षा कर्मी भी सुलतानगंज पहुंचने लगे हैं. प्रसाशन भी मेले को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है. लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है.
श्रावणी मेले का गुरुवार को उद्घाटन किया जाएगा. इस दौरान बिहार सरकार के छह मंत्री के अलावा भागलपुर, बांका और जमुई के सांसद के अलावा विधायक,विधान पार्षद आदि उपस्थित रहेंगे. कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्षों से श्रावणी मेले का आयोजन नही हो पा रहा था. इसी कारण से इस बार श्रावणी मेले में एक महीने के दौरान 50 लाख से ज्यादा कांवरियों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है.
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तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला के दौरान कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जायेगा. सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि सभी कांवरिया शिविरों में कोविड जांच व वैक्सीनेशन की सुविधा मिलेगी. श्रद्धालुओं के बीच कोविड गाइडलाइन के पालन को लेकर प्रचार प्रसार किया जायेगा. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी उपाय किये जा रहे हैं.