Shravani Mela: सजने लगे शिवालय, श्रद्धालुओं में उत्साह, यहां होगा 33 दिनों तक रुद्राभिषेक
Shravani Mela कुपेश्वर नाथ मंदिर के महंत विजयानंद शास्त्री ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में महिलाओं से सावन में आभूषण नहीं पहन कर आने की अपील की है.
Shravani Mela सावन को लेकर शहर के शिव मंदिरों में तैयारी आखिरी चरण में है. 22 जुलाई से शुरू हो रहे पवित्र सावन को लेकर मंदिरों में सजावट का काम चल रहा है. मंदिरों में सुरक्षा व विशेष अनुष्ठान की तैयारी चल रही है. कहीं सावन के प्रत्येक दिन रुद्राभिषेक, तो कहीं गंगा महाआरती का आयोजन होगा.
सुरक्षा को लेकर मंदिर प्रबंधन सजग
सुरक्षा को लेकर शहर के सभी मंदिर प्रबंधन सजग है. बूढ़ानाथ व शिवशक्ति मंदिर की ओर से एसएसपी से मिलकर सुरक्षा बल की मांग की गयी है, ताकि किसी तरह की अनहोनी को रोका जा सके. वहीं मंदिरों में एहतियात के तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं.
बूढ़ानाथ में होगी गंगा महाआरती
बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मीकि सिंह ने बताया कि मंदिर में रंग-रोगन का काम लगभग पूरा हो गया है. सफाई व्यवस्था दुरुस्त है. रुद्राभिषेक व महाआरती का आयोजन होगा. यहां पर सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ इसकी निगरानी के लिए कर्मचारी भी लगाये गये हैं, जो हमेशा सजगता पूर्वक किसी भी संदिग्ध स्थिति को भांप कर सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करता है.
शिवशक्ति मंदिर में चौथी सोमवारी पर भजन संध्या
शिव शक्ति मंदिर के महंत अरुण बाबा ने बताया कि यहां पर प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि व सावन की सोमवारी को इतनी भीड़ हो जाती है कि उन्हें सामान्य रूप से नियंत्रित करना मुश्किल होता है. श्रद्धालुओं को पूजा करने में दिक्कत नहीं हो, इसके लिए शिव सेवक भी लगाये जायेंगे. इसके अलावा पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया जायेगा. यहां पर प्रत्येक सोमवार को रुद्राभिषेक होगा. सावन की चौथी सोमवारी को भजन संध्या का आयोजन होगा.
कुपेश्वरनाथ में होगा 33 दिनों तक रुद्राभिषेक
कुपेश्वर नाथ मंदिर के महंत विजयानंद शास्त्री ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में महिलाओं से सावन में आभूषण नहीं पहन कर आने की अपील की है. यहां पर कांवर यज्ञ समिति की ओर से 11 पंडितों द्वारा हरेक दिन रुद्राभिषेक कराया जायेगा. 33 दिनों तक लगातार रुद्राभिषेक होगा. उन्होंने कहा कि यहां पर गेट झालर से सजाया गया है. शहर के अन्य शिवालयों दुग्धेश्वर नाथ, गोपेश्वर नाथ, भूतनाथ, मनसकामनानाथ आदि में भी सावन की तैयारी जोरों पर है.