गणपति बप्पा मोरया…से गुंजायमान हुई सिल्क सिटी
जिले के विभिन्न स्थानों समेत सिल्क सिटी में परबत्ती, सिकंदरपुर, वारसलीगंज, अलीगंज, दही टोला लेन, महाशय ड्योढ़ी, जोगसर आदि स्थानों पर शनिवार को भगवान गणेश की धूमधाम से पूजा-अर्चना हुई.
जिले के विभिन्न स्थानों समेत सिल्क सिटी में परबत्ती, सिकंदरपुर, वारसलीगंज, अलीगंज, दही टोला लेन, महाशय ड्योढ़ी, जोगसर आदि स्थानों पर शनिवार को भगवान गणेश की धूमधाम से पूजा-अर्चना हुई. विभिन्न प्रतिमा स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही लगने लगी थी. हर स्थानों पर श्रद्धालु गणपति बप्पा मोरया… का जयकारा लगा रहे थे. लोगाें ने भगवान गणेश को लड्डू और मोदक चढ़ाकर कर भक्तिभाव से पूजा अर्चना की. कहीं शेर पर, कहीं चूहे पर प्रतिमा को सजायी गयी थी, तो कहीं भंडारा हुआ, तो कहीं सांस्कृतिक आयोजन हुआ.
शुरू हुआ सात दिवसीय समारोहजगन्नाथ मंदिर में प्रतिमा स्थापित कर हुई पूजा
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि सात सितंबर को नयाबाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर में गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा हुई. पंडित सौरभ मिश्रा ने वैदिक विधि-विधान से पूजन कराया. गणेशजी को लड्डू का भाेग लगाया गया. इस मौके पर प्रियंका मिश्रा, आनंद मिश्रा आदि उपस्थित थे.
परबत्ती में भक्तिभाव से पूजा शुरू परबत्ती में सुबह भगवान गणेश की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा हुई. इसके बाद वैदिक विधि-विधान से पूजन हुआ. शाम को भव्य महाआरती हुई. स्थानीय गणमान्यों ने भगवान गणेश से आशीर्वाद लिया. इस दौरान गणपति बप्पा मोरया आदि जयकारा से क्षेत्र गुंजायमान हो उठा. इसके बाद भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ. सिकंदरपुर रोड में गजानंद क्लब की ओर से गणेश उत्सव शुरू हुआ.दक्षिणी, पूर्वी व पश्चिमी क्षेत्र में भी हुई पूजा
मां शेरावली क्लब की ओर से वारसलीगंज स्थित बजरंगवली स्थान परिसर में गणेश पूजा के दौरान लड्डू का भोग लगाया गया. राणी सती मंदिर में गणेश पूजन हुआ. गणेश जी की पूजा करने से पहले मेहंदी उत्सव मनाया गया. इसके बाद बच्चों ने नृत्य कर भगवान गणेश का आह्वान किया. समिति की ओर से श्रद्धालुओं के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया गया. कार्यक्रम में समिति के संरक्षक शिव अग्रवाल, अध्यक्ष अनिल खेतान, महामंत्री ओमप्रकाश कानोडिया आदि का योगदान रहा. सब्जी चौक बरारी में गणेश उत्सव मनाया गया. बरारी के अन्य गलियों में प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गयी.महाशय ड्योढ़ी में बांग्ला विधि-विधान से हुआ पूजन
शहर के पश्चिमी क्षेत्र महाशय ड्योढ़ी परिसर में स्थित भगवान गणेश मंदिर में बांग्ला विधि-विधान से पूजा हुई. सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष बनर्जी ने बताया कि मेढ़ पर मेढ़ चढ़ाने की परंपरा पूरी की गयी. भोलेनाथ का मेढ़ भगवान गणेश के ऊपर रखा गया है. सुबह पूजा के बाद भोग का कार्यक्रम हुआ, तो संध्या सात बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ. इसके अलावा नाथनगर, चंपानगर आदि स्थानों पर भी गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गयी और उत्सव मनाया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है