प्रभात खबर विशेष: भागलपुर की पहचान हैं नाथनगर के बुनकर, स्मार्ट सिटी में झेल रहे सबसे अधिक उपेक्षा
नाथनगर के बुनकरों से भागलपुर की पहचान है पर स्मार्ट सिटी में सबसे ज्यादा इन्हीं की उपेक्षा हो रही है. अगर इन्हें सुविधा मिले तो भागलपुर स्मार्ट सिटी का स्वरूप और स्मृद्ध नजर आयेगा. प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में जुटे नाथनगर क्षेत्र के वार्ड एक से 12 के लोगों का जानिये सवाल.
सिल्क सिटी के रूप में भागलपुर की पहचान पूरी दुनिया में है और सिल्क सिटी भागलपुर की पहचान नाथनगर-चंपानगर समेत आसपास क्षेत्र के बुनकरों से है. पर जब स्मार्ट सिटी की योजना बनी तो सबसे अधिक उपेक्षा इन बुनकरों के इलाके का क्यों किया गया. इतना ही नहीं बिजली, सड़क, ड्रेनेज सिस्टम, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं के मामले में भी बुनकर व उनके इलाके की स्थिति बेहतर नहीं है, ऐसा क्यों? ये और ऐसा कई सवाल रविवार को नाथनगर-कौशिकीनाथ झा लेन स्थित एआर इंटरनेशनल स्कूल परिसर में आयोजित प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में जुटे नाथनगर क्षेत्र के वार्ड एक से 12 के लोगों ने उठाये.
भागलपुर स्मार्ट सिटी का ऐसे बदलेगा स्वरूपसभी का कहना था कि उनके इलाके में मूलभूत सुविधा मिले तो भागलपुर स्मार्ट सिटी का स्वरूप और स्मृद्ध नजर आयेगा. सबसे ज्यादा चिंता पानी और शिक्षा की स्थिति को लेकर थी. मौके पर मौजूद वरीय चिकित्सक डॉ विनय कुमार झा ने सबको स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने तो संचालन दिलीप मालाकार एवं धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य एस दत्ता ने किया.
एआर इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक संजय अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र का वार्ड एक से 12 तक नाथनगर इलाके में है. यहां बुनकरों की बड़ी आबादी रहती है. इनकी मूलभूत समस्याएं गंभीर हैं. इनको दूर कर ही इस इलाके का विकास किया जा सकता है.
Also Read: Bihar: मुंगेर में गंगा पुल पर बड़े वाहनों को भी चलने की अनुमति, पेट्रोल-डीजल के दामों में भी मिलेगी राहत! जनप्रतिनिधि की ताकत जनताजनप्रतिनिधियों की ताकत जनता है. इसलिए केवल दोष देने की जगह जनप्रतिनिधि को मजबूती प्रदान करें, तभी वह काम करा पाने में भी सफल होगा. यह सच है कि पश्चिमी क्षेत्र का विकास नहीं हुआ. सरकारी स्तर पर होनेवाले इस भेदभाव को मिटाना होगा, पर लोगों को भी अपनी गलती देखनी होगी. सिल्क सिटी स्मार्ट सिटी से पहले है. इससे ही भागलपुर की पहचान है.
– इबरार अंसारी, पूर्व चेयरमैन, क्षेत्रीय हस्तकरघा बुनकर सहयोग संघ
मौके पर मौजूद वरीय चिकित्सक डॉ विनय कुमार झा ने लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी दी. कई सुझाव भी दिये. उन्होंने कहा कि बिना चिकित्सक के परामर्श के कभी भी दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. खासकर दर्द की दवा नहीं लेने की बात कही. कहा कि इसका साइड इफेक्ट आंत व हार्ट पर असर डालता है.
मौसमी बीमारियों के अलावा अन्य जानकारी देते हुए कहा कि अभी ब्लड प्रेसर व शूगर सबको परेशान कर रहा. इसलिए 30 साल की उम्र हो तो सावधान हो जायें, जांच करायें और मॉर्निंग वॉक करें इससे अधिकतर बीमारी से मुक्ति मिलती है. शुद्ध पानी पीने और गर्मी में बिना पानी पीये और पूरा कपड़ा पहने बाहर निकले से परहेज करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल पीने से टाइफाइड, पीलिया आदि बीमारी से बचा जा सकता है.
जो बातें सामने आयींभागलपुर की पहचान बुनकरों से तो उनको मूलभूत सुविधा क्यों नहीं.
जैन मंदिर का नाला अब तक क्यों नहीं बना, पानी संकट से कब तक जूझेंगे लोग.
बिजली संकट का निदान क्यों नहीं, जर्जर तार बदलने की बजाय जोड़-तोड़ क्यों.
नाला में कूड़ा गिराने से रोकना होगा, चंपा नदी का जीर्णोद्धार हो, तभी संस्कृति व पर्यावरण बचेगा.
जल संरक्षण के लिए चलाना होगा अभियान, सभी वार्ड में जागरूक लोगों की बनानी होगी कमेटी.
अतिक्रमण करनेवाले लोगों के साथ गांधीगीरी होगी, खुद भी सभी मिल कर करेंगे समस्याओं का समाधान.
सरकारी स्कूल की स्थिति गड़बड़, प्रबंधन कमेटी से करनी होगी बात.
नाथनगर आने से लोग कतराते हैं, अतिक्रमण व जाम की समस्या दूर हो.
सरकारी स्कूल में पंखा व सुविधा नहीं है, अस्पताल को और बेहतर सुविधा देनी होगी.
फुटकर विक्रेताओं के लिए सुविधा मिले, सामाजिक सुरक्षा पेंशन व सरकारी आवास योजना का लाभ मिले.
बाजार में शौचालय की व्यवस्था हो, महिलाएं हैं परेशान, बच्चों को शिक्षित बनाना होगा, तभी सुधार संभव.