निगम कर्मियों ने काम नहीं कर जता दिया कि साहब के निर्देश का वैल्यू नहीं
नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में निगम प्रशासन की ओर से लिए गए फैसले पर कोई काम नहीं होता दिख रहा है.
-नागरिक सुविधाएं तभी बढ़ेगी, जब दिए गए निर्देश को कर्मचारी पूरा करेंगे.
वरीय संवाददाता, भागलपुरनागरिक सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में निगम प्रशासन की ओर से लिए गए फैसले पर कोई काम नहीं होता दिख रहा है. पिछले एक महीने में उन्होंने कई फैसले लिए हैं. कर्मचारियों काे निर्देशित भी किया है लेकिन, निर्देश का न तो पालन हो रहा है और न ही नागरिक सुविधाएं बढ़ रही है.
टेलीफोन खंभा हादसे का कारण न बने, अबतक नहीं हुई हटाने पहल
टेलीफोन खंभा शहर की खूबसूरती बिगाड़ने से लेकर यातायात में भी बाधक बना है. यह हादसे का कारण ने बने, इसलिए हटाने का निर्णय लिया था. अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है. दक्षिणी शहर को छोड़कर पूरे शहर में बीएसएनएल के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर चिह्नित किया गया है. 23 टेलीफोन एक्सचेंज बॉक्स चिह्नित है.नगर आयुक्त का निर्देश बेअसर, सफाईकर्मियों को नहीं मिला ओआरएस का घोल
हाल के कुछ दिन पहले पहले नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने सफाई कार्यों के औचक निरीक्षण में गर्मी देख सफाई कर्मियों को ओआरएस का घाेल पिलाने का जाेनल प्रभारियाें काे निर्देश दिया था. सफाई कर्मियाें काे ओआरएस का घाेल नहीं मिल रहा है. सफाई मजदूराें का कहना है कि हमलाेगाें काे शुद्ध पानी पीने मिल जाये, यही बड़ी बात है. काम के दाैरान वार्डाें में ही जरुरत पड़ने पर जनता नल या किसी घरवाले से मांगकर पी लेते हैं.
सड़क से अंदर दुकान लगवाने की व्यवस्था नहीं कर सका निगम कर्मी
सब्जी और मीट, मछली बिक्री करनेवालाें को रोड से अंदर लगवाने की व्यवस्था कराने का निर्देश नगर आयुक्त ने दिया था. ऐसे यह निर्देश पूर्व में भी नगर आयुक्त ने जारी किया था लेकिन, इसको कर्मचारियों ने अबतक अमल में नहीं लाया है. इस निर्देश को वह दोहराया भी. बावजूद, इसके दुकानें रोड पर लग रही है. यही नहीं, डस्टबिन में ही कचरा जमा कराने का उपाय करने को कहा गया था, ताकि राेड पर जहां-तहां कचरा न रहे. यह काम भी कर्मचारियों ने इससे लोगों को परेशानी भी नहीं होगी.300 नया डस्टबिन तैयार, वार्डों में वितरण नहीं
नगर निगम कार्यालय परिसर स्थित सम्राट अशाेक भवन में 300 प्लास्टिक का नया डस्टबिन हाल के कुछ दिन पहले ही तैयार किया गया है. इसका वितरण वार्डाें में होना है. मगर, इस दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है. शहर के सभी 51 वार्डाें में प्लास्टिक डस्टबिन लगभग खत्म हाे चुके हैं, जहां बचे हुए हैं वह भी खराब हाे चुके हैं. इसके मद्देनजर निगम प्रशासन ने 600 डस्टबिन की खरीद की है. पहले राउंड में 300 डस्टबिन निगम काे दिल्ली की एजेंसी ने आपूर्ति की है. इसमें चक्का लगाने का काम सम्राट अशोक भवन में हुआ है.
बॉक्स मैटर
खरीद होगी साहबों के लिए रिवलोविंग व मूविंग चेयर सहित एक्जीक्यूटिव टेबल
आम नागरिक सुविधाओं पर काम हो या न हो, लेकिन साहबों की सुविधा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. यही वजह है कि आंतरिक संसाधन को बढ़ाने पर फोकस किया है. वह 24 तरह की समाग्रियों की खरीद कर अधिकारियों व कर्मचारियों को सुविधा देने में जुटी है. इसमें हाई बैक रिवलोविंग चेयर, एयरकंडिशनर, वाइफाइ राउटर, कूलर, मूविंग चेयर, एक्जीक्यूटिव टेबल व अन्य सामान है. यानी, 24 तरह की समाग्रियों की खरीद के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. इस पर नगर निगम 40 लाख रुपये तक खर्च करेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है