Bihar News: भागलपुर गंगा घाट से जल भरकर हर सावन महीने में बड़ी तादाद में शिवभक्त बाबाधाम और बासुकीनाथ धाम की ओर पैदल रवाना होते हैं. इस साल कांवरियों को अलग रास्ते से गुजरना होगा. भोलानाथ पुल निर्माण कार्य को लेकर रूट डायवर्ट किया गया है. लेकिन कांवरियों को लेकर जो समस्या सामने आयी है वो अवैध बूचड़खाना से जुड़ा है. कांवरिया जिस नए रूट से गुजरेंगे वहां इन अवैध बूचड़खानों से निकलने वाले अवशेष सड़क पर बहकर आ जाते हैं. अब भागलपुर की मेयर ने अवैध बूचड़खाना हटाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को पत्र लिखा है.
मेयर ने अवैध बूचड़खाना हटाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को लिखा पत्र
भागलपुर की मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने बुधवार को पार्षद नंदिकेश शांडिल्य की मांग के आलोक में बिहार राज्य नियंत्रण पर्षद के सदस्य सचिव एस चंद्रशेखर को पत्र लिखकर शहर में चल रहे अवैध बूचड़खाने को हटाने की मांग की. कहा कि श्रावणी मेला में कांवरिया जल अर्पण करने बासुकीनाथ धाम और देवघर जाते हैं. इस साल अंदाजा है कि भोलानाथ पुल बंद रहने के कारण कांवरिया हुसैनाबाद-अलीगंज के रास्ते होते हुए बाबाधाम जल अर्पण करने जायेंगे. उस रास्ते में बहुत सारे अवैध बूचड़खाना हैं, जो अपना अवशेष नालों में बहा देते हैं.
खून मिला हुआ दूषित पानी सड़क पर बहता है
मेयर ने कहा कि वहां सारे नाले खुले हुए हैं. इससे बारिश के बाद खून मिला हुआ दूषित पानी सड़क पर बहता है. इस होकर कांवरिया नंगे पांव उस दूषित पानी पर चढ़कर गुजरेंगे. इस विषय पर संज्ञान लेते हुए अविलंब सभी अवैध बूचड़खाना को बंद कराया जाये, नहीं तो विधि-व्यवस्था भंग होने की संभावना है. इसकी प्रतिलिपि जिलाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त, नगर आयुक्त आदि को भी दी गयी है.
सोशल मीडिया पर भी गरमाया मुद्दा
गौरतलब है कि यह मुद्दा सोशल मीडिया पर भी गरमाया हुआ है. फेसबुक पर कई लोगों ने इससे जुड़े पोस्ट करके अपनी चिंता जाहिर की है. कांवरियों के रास्ते को गंदगी से मुक्त रखने की मांग हमेसा होती रही है लेकिन इसबार भोलानाथ पुल निर्माण कार्य को लेकर रूट बदले जाने पर संभावित रूट पर चल रहे अवैध बूचड़खानों को बंद कराने की मांग लोग कर रहे हैं.