Snake News
गौतम वेदपाणि
भागलपुर. मानसून के दौरान सांप काटने की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है. बाढ़ में सांपों के प्राकृतिक आवास में पानी जमा होने से यह अपनी जान बचाने के लिए घरों में घुस रहे हैं. शहर के गंगानदी तट के आसपास रसेल वाइपर, कोबरा, कॉमन करैत, रैट स्नैक या धामन समेत अन्य विषैले सांप भारी मात्रा में दिख रहे हैं. कई बार सांपों का आमलोगों से सामना हो जाता है. सांप काटने से लोगों की जान भी जा रही है. इनमें से आधे मामले कॉमन करैत सांप के काटने से जुड़े हैं. यह सांप चुपके से घरों में घुसता है. बिछावन, तकिया, आलमीरा व अन्य जगहों पर छिपा रहता है. कई बार करैत रात में निकलकर लोगों को काट भी लेता है. जबकि यह स्वभाव कोबरा या रसेल वाइपर जैसे सांपों में नहीं है. इसे चोट पहुंचाने पर ही यह जवाब में हमला कर देता है. जबकि करैत चोरी छिपे लोगों को काटता है.
मायागंज अस्पताल में मानसून के दौरान जून, जुलाई व अगस्त में 237 लोगों को सांप काटने के बाद भर्ती किया गया. इनमें से चार की मौत जून में, पांच की मौत जुलाई में और दो की मौत अगस्त महीने में हुई. सितंबर में सर्पदंश की दो घटना को मिलाकर मानसून सीजन में 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से कई लोग सांप काटने के बाद अस्पताल में भर्ती होने से पहले मर गये. इनका आकड़ा सरकारी अस्पतालों के पास नहीं है.
झाड़फूंक के चक्कर में गयी महिला की जान
बीते गुरुवार को नाथनगर के राघोपुर में अपने घर में जमीन पर सोयी महिला किरण देवी को रात में करैत सांप ने डंस लिया. उन्हें अस्पताल लाने से पहले तांत्रिक के पास झाड़ फूंक के लिए भेजा गया था. समय पर इलाज में देरी होने से उनकी जान चली गयी. वहीं शुक्रवार को मायागंज अस्पताल में इलाजरत नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर थाना के बड़ी मकंदपुर निवासी आठ वर्षीय बच्चे की मौत सर्पदंश से हो गयी. आशंका है कि बच्चे को करैत सांप ने ही काटा. वह खेत में घास काट रहा था.
गंगा किनारे के मोहल्लों से 12 कोबरा व 18 रसेल वाइपर सांप पकड़े गये
भागलपुर .बारिश के सीजन में शहर के विभिन्न मोहल्लों में सांप समेत अन्य जीव जंतुओं के निकलने का सिलसिला थम नहीं रहा है. कई बार लोगों के घरों व आसपास के इलाके में इन्हें देखा जा रहा है. जहरीले सांप को देखकर आमलोगों के बीच खौफ का माहौल है. इनके देखने के बाद लोग वन विभाग को फोन कर रहे हैं. इसके बाद वन विभाग की टीम आकर सांप व अन्य जीव जंतुओं को पकड़ रही है. रेस्क्यू टीम के सदस्य अभय कुमार सिन्हा, मुमताज, राजीव झा, अरशद हैं.
अभय कुमार सिन्हा ने बताया कि सितंबर में अब तक 40 से जीवों को पकड़ा गया है. इनमें 12 कोबरा, 18 रसेल वाइपर, एक अति दुर्लभ सैंड स्नैक, तीन बंदर, पांच मॉनिटर लिजार्ड हैं. इन जीवों को पकड़कर जमुई जंगल में छोड़ दिया जाता है. रेस्क्यू टीम ने बताया कि सबसे अधिक सांप मायागंज के विसर्जन घाट, बरारी के पुलघाट व सबौर के मीराचक के पास पकड़ाये हैं. इसके अलावा बूढ़ानाथ मंदिर, किलाघाट, सैंडिस कंपाउंड, लालूचक, अलीगंज व दक्षिणीक्षेत्र के विभिन्न मुहल्लों में पकड़ाये हैं.