कोरोना मरीज के परिवार से समाज ने नाता तोड़ा
दिल्ली, मुंबई और गुजरात से आये मरीजों ने जिले में कोरोना मरीजों को ग्राफ बढ़ दिया है. एक ओर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड से मरीज ठीक होकर निकल रहे हैं, तो दूसरी ओर मरीज भर्ती भी हो रहे हैं. शनिवार दोपहर 12 कोरोना मरीज ठीक होकर निकले, तो शाम होते 18 से ज्यादा मरीज भर्ती हो गये.
भागलपुर : दिल्ली, मुंबई और गुजरात से आये मरीजों ने जिले में कोरोना मरीजों को ग्राफ बढ़ दिया है. एक ओर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड से मरीज ठीक होकर निकल रहे हैं, तो दूसरी ओर मरीज भर्ती भी हो रहे हैं. शनिवार दोपहर 12 कोरोना मरीज ठीक होकर निकले, तो शाम होते 18 से ज्यादा मरीज भर्ती हो गये.
राहत वाली बात यह है कि कोरोना के यह पॉजिटिव मरीज होम क्वारेंटिन में है. ऐसे में बीमारी फैलने की संभावना बेहद कम है. दो दिनों के अंदर ग्रामीण इलाके के मरीज ही कोरोना पॉजिटिव हुए है. जगदीशपुर, सबौर और गोराडीह के मरीजों की संख्या 25 थी. लगातार मरीज ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने से सभी परेशान हैं.
पॉजिटिव मरीज के परिजनों को ज्यादा परेशानी हो रही है. जगदीशपुर में पिछले दिनों पॉजिटिव मिले मरीज ठीक होने के बाद कहते हैं कि कोरोना हमारे लिए चुनौती लेकर आया था. सबसे पहली चुनौती खुद को ठीक करने की थी. दूसरी समाज के लोगों ने पॉजिटिव होने की सूचना के बाद हमारे परिवार से नाता तोड़ लिया.
घर के लोग दुकान भी जाते हैं, तो उनको दूर रह कर बात करने के लिए कहा जाता था. किसी तरह सभी ने मिल कर 14 दिन का समय गुजारा. दिल्ली में मजदूरी कर गांव में रह रहे परिवार का पेट पालते थे. ग्रामीण इलाके में कोई सहायता देने भी नहीं जाता था.
पूरे गांव को सील कर दिया गया था. ऐसे में यह बीमारी किसी को नहीं हो यही हम मनाते हैं. जगदीशपुर में मिले कोरोना पॉजिटिव इलाके को सेनिटाइज कर दिया गया है. बीडीओ के अनुसार गांव की सीमा को सील करना है या नहीं इसको लेकर कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. स्थानीय स्तर पर सील किया जायेगा.