कहीं डायवर्सन के ऊपर, तो कहीं गांव में घुसा बाढ़ का पानी, पलायन कर रहे लोग, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा कोसी का डिस्चार्ज
भागलपुर (प्रभात खबर टोली) : कोसी, महानंदा, बागमती समेत कई सहायक नदियों में उतार-चढ़ाव जारी है. कोसी ने इस साल का रिकॉर्ड स्तर को छू लिया है. निचले इलाकों में बाढ़ से लोग घिरे हुए हैं. बाढ़ से बचने के लिए लोग छप्पर पर चढ़ गये हैं. कहीं बाढ़ का पानी डायवर्सन के ऊपर बह रहा है, तो कहीं गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है.
भागलपुर (प्रभात खबर टोली) : कोसी, महानंदा, बागमती समेत कई सहायक नदियों में उतार-चढ़ाव जारी है. कोसी ने इस साल का रिकॉर्ड स्तर को छू लिया है. निचले इलाकों में बाढ़ से लोग घिरे हुए हैं. बाढ़ से बचने के लिए लोग छप्पर पर चढ़ गये हैं. कहीं बाढ़ का पानी डायवर्सन के ऊपर बह रहा है, तो कहीं गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है.
सुपौल प्रतिनिधि के अनुसार, मूसलधार बारिश के कारण कोसी के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गयी. नदी का डिस्चार्ज इस मौसम में पहली बार करीब साढ़े तीन लाख क्यूसेक तक पहुंच गया. इस कारण दोनों तटबंधों के बीच बसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों के बीच हड़कंप व्याप्त हो गया. वहीं, कोसी पीड़ितों की मुश्किलें भी बढ़ने लगी.
मालूम हो कि कोसी के जलस्तर में सोमवार के अपराह्न से ही वृद्धि होने लगी. रात करीब 10.30 बजे नदी का जलस्राव ढाई लाख के पार हो गया. वहीं, मंगलवार की सुबह तक जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी रही. सुबह 08 बजे वीरपुर बराज पर कोसी नदी का डिस्चार्ज 03 लाख 42 हजार 970 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अब तक का सर्वाधिक डिस्चार्ज है.
नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में भी पहली बार सोमवार की रात 12 बजे अब तक सबसे अधिक डिस्चार्ज 02 लाख 87 हजार 800 क्यूसेक अंकित किया गया. हालांकि, भारी डिस्चार्ज के कारण कोसी का पानी पूर्वी व पश्चिमी तटबंध के बीच फैलने लगा है. चीफ इंजीनियर कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी कोशी तटबंध निर्मली क्षेत्र में घोर्द्धह नदी में बाढ़ आ जाने से तटबंध के 26.60 बिंदु स्थित नरेंद्रपुर डायवर्सन के ऊपर से पानी बह रहा है. वहीं, भारदह के नीचे 16.76 एवं 21.20 किलोमीटर स्पर पर पानी ओवरटेक कर रहा है.
घोघररिया पंचायत के खुखनाहा, माना टोला, लक्ष्मिनियां, अमिन टोला, गोठ खुखनाहा, हरिजन टोला, मेनहा, सिसौनी पंचायत के सिसौनी, सिसौनी छींट, महिष बेचा, एकडारा, जोबहा और गनौरा पंचायत के परसौनी और मंगासिहौल गांव कोशी नदी की चपेट में है. कोसी के जलस्तर में वृद्धि से कई गांव में पानी घुस गया है. लोग ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.
परसामाधो, बुर्जा, एकडेरा, बैंगा, खानपुर, कुपहा, मुरकुचिया, ठाढ़ी धता, मोमिन टोला, झखराही, दिघिया, दुबियाही, खखई, पंचगछिया, सिसवा, बेगमगंज, परसा, परसाही सहित कई गांव में पानी घुसने से खेतों में लगी फसल बर्बाद हो गयी है. कई पुल पुलिया व सड़क जगह-जगह पर टूट गया है. सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के ढोली, बनैनियां, सियानी, कटैया, भुलिया, लौकहा, कबयाही, कड़हरी सहित विभिन्न गांव में 05 से 06 फीट पानी भर गया है.
सहरसा से मिली खबर के मुताबिक, पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत सहरसा-मानसी रेलखंड का धमारा घाट स्टेशन चारो तरफ से पानी से घिर गया है. इस वजह से स्टेशन तक पहुंचने का सहारा नाव बन चुका है. धमारा घाट सहित ठुट्टी मोहनपुर, सोहरवा, सिसवा, बंगलिया सहित सहरसा जिले के साम्हरखुर्द, कबीरपुर गांव तक के गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है.
कटिहार से मिली सूचना के मुताबिक अमदाबाद, प्रखंड के पार दियारा पंचायत के युसूफ टोला गांव में गंगा नदी से भीषण कटाव जारी है. कटाव की चपेट में आकर करीब तीन दर्जन परिवारों का घर कट कर गंगा नदी में समा गया है. इससे गंगा किनारे बसे लोगों के बीच अफरा तफरी मच गयी है. कटिहार, महानंदा नदी के जलस्तर में मंगलवार उतार चढ़ाव रहा है. इस नदी के जलस्तर में कुछ स्थानों पर वृद्धि दर्ज की गयी. जबकि, कुछ स्थानों पर स्थिर है.
गंगा व कारी कोसी नदी के जलस्तर में फिलहाल कमी दर्ज की गयी है. बरंडी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. कोसी नदी का जलस्तर अभी स्थिर है. महानंदा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बावजूद कई स्थानों पर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यह नदी झौआ में अभी 39 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है.
Posted By : Kaushal Kishor