सृजन की संपत्ति का जल्द होगा खुलासा, दोबारा ऑडिट की प्रक्रिया शुरू
भागलपुर : राज्य के बहुचर्चित घोटाले में शामिल सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर के पास कितनी संपत्ति है, इसका खुलासा जल्द होगा. इसके लिए सृजन की संपत्ति खंगालने के लिए अंकेक्षण का काम सहकारिता विभाग ने शुरू कर दिया है. जिला अंकेक्षण पदाधिकारी और उनकी टीम इस काम में जुट गयी है. अंकेक्षण कार्य पूरा होने के बाद यह स्पष्ट हो जायेगा कि सृजन के पास कितनी संपत्ति है और देनदारी कितनी है.
भागलपुर : राज्य के बहुचर्चित घोटाले में शामिल सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर के पास कितनी संपत्ति है, इसका खुलासा जल्द होगा. इसके लिए सृजन की संपत्ति खंगालने के लिए अंकेक्षण का काम सहकारिता विभाग ने शुरू कर दिया है. जिला अंकेक्षण पदाधिकारी और उनकी टीम इस काम में जुट गयी है. अंकेक्षण कार्य पूरा होने के बाद यह स्पष्ट हो जायेगा कि सृजन के पास कितनी संपत्ति है और देनदारी कितनी है.
दोबारा ऑडिट कराया जा रहा
भागलपुर प्रमंडल की संयुक्त निबंधक सहयोग समितियां के निर्देश पर दोबारा ऑडिट कराया जा रहा है. ज्ञात हो कि इससे पहले एके मिश्रा एंड एसोसिएट्स द्वारा ऑडिट कराया गया था, जिसे तत्कालीन निबंधक ने नियम के अनुकूल नहीं मानते हुए अमान्य कर दिया था. इसके बाद दोबारा ऑडिट करने का निर्णय लिया गया था. इस पर ऑडिट करने की प्रक्रिया शुरू की गयी, लेकिन सृजन के प्रशासक द्वारा पूरा अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया और अंकेक्षक ऑडिट नहीं कर पाये. फिर विभागीय निर्देश आने पर अंकेक्षण शुरू किया गया है. सृजन के प्रशासक रंजीत शंकर प्रसाद को निर्देश दिया गया है कि संस्था के कार्यालय में जितने भी अभिलेख उपलब्ध हैं, उसे अंकेक्षक को दे दें. अंकेक्षक को वर्ष 2003 से 2013 तक का अंकेक्षण करने कहा गया है.