सृजन घोटाला: संपत्ति जब्त करने पहुंचे अधिकारियों ने दूसरे की जमीन पर लगाया बोर्ड, विरोध होने पर हटाया

सृजन घोटाला के मुख्य आरोपी अमित कुमार के नाम की 11.75 डिसमिल जमीन बुधवार को अधिकारियों ने जब्त कर ली. जमीन अधिग्रहण की यह कार्रवाई सीबीआइ अधिकारी, प्रभारी सीओ, नाथनगर इंस्पेक्टर की उपस्थिति में की गयी. बुधवार को करीब 12 बजे अधिकारी पहुंचे और जमीन की मापी करने के बाद अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू की.

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2020 11:40 AM

सृजन घोटाला के मुख्य आरोपी अमित कुमार के नाम की 11.75 डिसमिल जमीन बुधवार को अधिकारियों ने जब्त कर ली. जमीन अधिग्रहण की यह कार्रवाई सीबीआइ अधिकारी, प्रभारी सीओ, नाथनगर इंस्पेक्टर की उपस्थिति में की गयी. बुधवार को करीब 12 बजे अधिकारी पहुंचे और जमीन की मापी करने के बाद अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू की.

जमीन को लेकर हुआ विवाद, बारीकी से दस्तावेज चेक किया गया

चंपापुल से दोगच्छी बाइपास के बीच में भागलपुर-सुलतानगंज मुख्य मार्ग के पास जमीन पर करीब तीन-चार फीट ऊंची घेराबंदी की गयी है. इसके अंदर आम का पेड़ लगा है. इस जमीन पर अधिग्रहण संबंधी सरकारी बोर्ड लग गया. प्रशासन ने जैसे ही जमीन पर बोर्ड लगाया कि दोगच्छी के जामुन यादव उक्त एमीन को अपना बताने लगे. यह सुन अधिकारियों ने फिर से जमीन की मापी करवायी. बारीकी से दस्तावेज चेक किया गया. इसके बाद जामुन का दावा सही पाया गया. इसके बाद फिर से सही मापी कर जमीन को चिह्नित किया गया. फिर जब्ती की प्रक्रिया की गयी. उक्त जमीन दोगच्छी के भुवनेश्वर यादव की थी. उन्होंने वर्ष 2015 में इलाज कराने के लिए जमीन बेची थी.

सीबीआइ के सब इंस्पेक्टर सहित ये थे मौजूद

मौके पर सीबीआइ के सब इंस्पेक्टर देवेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार (एएसआइ सीबीआइ), नाथनगर बीडीओ शिवशंकर राय, नाथनगर इंस्पेक्टर मो सज्जाद हुसैन, प्रभारी अंचल निरीक्षक अशोक कुमार, अमीन रचना कुमारी व अंचल कर्मी मौजूद थे.

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आसपास के प्लॉट की वजह से बनी भ्रम की स्थिति

अमित व प्रिया की जमीन जब्त करने गये अधिकारी ने दूसरे की जमीन पर खूंटा गाड़ कर बोर्ड लगा दिया था. जमीन मालिक दोगच्छी निवासी जामुन यादव को पता चला, तो वे लोग कई आदमी लेकर प्लाॅट पर पहुंचे और विरोध किया. विरोध के बाद अधिकारियों ने फिर से जमीन की मापी करवायी. मापी में फिर से अधिग्रहण वाली जमीन चिह्नित की गयी. जिस जमीन पर बोर्ड पहले लगाया गया था, उसके ठीक बगल में अमित प्रिया का जमीन थी. इसी वजह से जमीन चिह्नित करने में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी.

अबतक 2.09 करोड़ में अर्जित की गयी 13 संपत्ति जब्त

सृजन घोटाला मामले में अब तक दो करोड़ नौ लाख 79 हजार में अर्जित की गयी अमित कुमार व रजनी प्रिया की 13 जगहों पर स्थित संपत्ति जब्त कर ली गयी है. बाकी 52 लाख 54 हजार में अर्जित की गयी दो संपत्तियों की जब्ती नगर निगम क्षेत्र में की जायेगी. बची हुई संपत्ति में बिपिन कुमार का भी नाम सूची में दर्ज है. सभी संपत्ति जगदीशपुर, नाथनगर व सबौर अंचल के विभिन्न मौजे में स्थित है. संपत्ति जब्त करने के लिए डीएम के निर्देश पर सदर एसडीओ ने जगदीशपुर, नाथनगर व सबौर के अंचल पदाधिकारियों को बतौर दंडाधिकारी नियुक्त किया है. संपत्ति अधिग्रहित करने के बाद संबंधित थाना के थानाध्यक्ष को रिसीव कराया जायेगा. यह कार्रवाई सीबीआइ द्वितीय पटना के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर की जा रही है.

लकवाग्रस्त होने के बाद इलाज कराने के लिए बेची थी चार लाख में जमीन

सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार की संपत्ति जब्त करने जब सीबीआइ व स्थानीय पुलिस प्रशासन पहुंची तो देखने व आसपास के जमीन मालिकों की भीड़ जुट गयी. जमीन को करीब पांच छह साल पहले दोगच्छी के भुवनेश्वर यादव से खरीदी गयी थी. भुवनेश्वर के बेटे पप्पू यादव ने बताया कि पिता लकवाग्रस्त हो गये थे और इलाज के लिए पैसे नहीं थे. इस हालत में इलाज के लिए जमीन बेची गयी थी. आननफानन में काफी सस्ते मात्र चार लाख 64 हजार में 11 डिसमिल जमीन बेची गयी थी. अभी जमीन काफी महंगी है. पप्पू ने बताया कि उन्होंने जमीन एक ग्रामीण के माध्यम से अमित कुमार को बेची थी. उन्हें पता भी नहीं था कि जमीन सृजन वालों ने लिया है. जब अखबार में पढ़ा, तब जाना.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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