निशा पूजा के साथ बिहुला-विषहरी की प्रतिमा स्थापित, प्राण-प्रतिष्ठा आज
जिले में 182 पूजन स्थानों पर बिहुला-विषहरी पूजा की तैयारी शुक्रवार को पूरी हो गयी. कलश स्थापित करने को लेकर सभी गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.
जिले में 182 पूजन स्थानों पर बिहुला-विषहरी पूजा की तैयारी शुक्रवार को पूरी हो गयी. कलश स्थापित करने को लेकर सभी गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. शुक्रवार को ही मध्य रात्रि में निशा पूजन के साथ प्रतिमा स्थापित कर दी गयी. शनिवार को प्रात: से ही बिहुला विषहरी की पूजा शुरू हो जायेगी. सुबह सरकारी डलिया चढ़ायी जायेगी. शाम को भगत पूजन होगा. फिर महाआरती होगी. रात्रि में धूमधाम से बाला लखेंद्र की बरात बिहुला के घर पहुंचेगी. पूजा के प्रति लोगों में काफी उत्साह है. दो दिनों तक लगेगा मेला ऐतिहासिक स्थल चंपानगर स्थित मनसा मंदिर में भी तैयारी भी हो चुकी है. सभी पूजा स्थलों पर प्रतिमा निर्माण के कार्य से लेकर पंडाल सजावट का काम भी पूरा कर लिया गया है. माता विषहरी और सती बिहुला की प्रतिमा स्थापना के साथ ही पूजा-अर्चना शुरू हो जायेगी. प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होगी के बाद श्रद्धालु डाला (मंजूषा)चढ़ायेंगे. लोकगाथा के अनुसार 17 अगस्त की रात में बाला लखेंद्र की बरात निकलेगी. रात में ही सती बिहुला और बाला लखेंद्र की शादी होगी. 18 अगस्त को भी श्रद्धालु डाला चढ़ायेंगे. शाम को महाआरती होगी. 17 एवं 18 अगस्त को दिन भर मेला का आयोजन होगा. 19 अगस्त को सुबह सभी पूजा स्थानों की प्रतिमा का विसजर्न होगा. गीतों से भक्तिमय हो रहा माहौल विभिन्न पूजा स्थानों पर बिहुला-विषहरी के लोकगीत गूंजने लगे हैं. शनिवार को भी बिहुला-विषहरी के गीत से पूरा माहौल भक्तिमय हो जायेगा. खासकर शहरी क्षेत्र में 116 स्थानों पर प्रात: कलश स्थापना, प्राण-प्रतिष्ठा व डाला-मंजूषा पूजन शुरू होगा. इशाकचक विषहरी मेला समिति की ओर से शनिवार को प्रात: सात से 10 बजे तक सरकारी पूजा होगी. शाम चार बजे भगत पूजन होगा. रात्रि 10 बजे बिहुला की बरात निकलेगी. इससे पहले मेला का भव्य आयोजन हाेगा. परबत्ती पूजा समिति के राजा मंडल ने बताया कि मध्य रात्रि में निशा पूजन हुआ. महासमिति के पदाधिकारी शांति-सद्भावना के लेकर पूजा स्थानों का करते रहे भ्रमण मनसा बिहुला-विषहरी केंद्रीय पूजा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि 18 अगस्त को दूसरी डलिया चढ़ायी जायेगी. सभी पूजा स्थानों पर शांति व सद्भाव बनाये रखने के लिए केंद्रीय समिति के अध्यक्ष भोला मंडल, महामंत्री शशि शंकर राय, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप कुमार, श्यामल किशोर मिश्रा, दिनेश मंडल आदि सभी पूजा स्थानों का भ्रमण करते रहे.
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