मुंगेर के रहने वाले आइटीआइ के परीक्षार्थी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, हत्या का केस दर्ज
मुंगेर के रहने वाले आइटीआइ के परीक्षार्थी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, हत्या का केस दर्ज
इशाकचक थाना क्षेत्र के इशाकचक मोहल्ले स्थित पानी टंकी के समीप रहने वाले राजेश वर्मा के मकान में किराये पर रहने वाले आइटीआइ के परीक्षार्थी अंकित कुमार (21) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. अंकित मुंगेर जिला के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के कौड़िया गांव के रहने वाले अमित कुमार का इकलौता पुत्र था. मंगलवार देर शाम ही अंकित की तबीयत बिगड़ने की सूचना के बाद अंकित के परिजन हवेली खड़गपुर से रवाना देर रात साढ़े 11 बजे भागलपुर पहुंचे. मायागंज अस्पताल पहुंचने पर उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में अंकित को मृत पाया. इधर मामले में मकान मालिक और अस्पताल पहुंचाने वाले अंकित के दोस्त अमन की बातचीत में विरोधाभास आने के बाद उन्हें संदेह उत्पन्न हुआ. बुधवार को बरारी पुलिस ने मृतक का डेथ इंक्वेस्ट तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं देर शाम इशाकचक थाना पहुंचे अंकित के पिता अमित कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. पोस्टमार्टम के बाद परिजन अंकित के शव को लेकर सुलतानगंज घाट पहुंचे. जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया. इशाकचक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर उत्तम कुमार ने बताया कि मामले में पिता के लिखित आवेदन पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज किया गया है. वहीं एफएसएल टीम को बुलाकर घटनास्थल की जांच करायी गयी है. पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे अंकित के पिता अमित कुमार ने बताया कि वह झारखंड के गिरीडीह जिला में एयरटेल में बतौर टेक्निशियन कार्यरत हैं. उन्हें मंगलवार देर शाम पहले अंकित की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिली. इसके बाद देर रात अंकित की मौत की सूचना दी गयी. घटना की सूचना पाकर पहले भागलपुर पहुंचने वाले अंकित के बड़े पापा राजीव कुमार रंजन उर्फ पुतुल कुमार ने बताया कि अंकित के दोस्त अमन ने उन्हें फोन कर जानकारी दी कि अंकित की तबीयत बिगड़ गयी है. वे लोग उसे लेकर नौलखा कोठी के समीप एक निजी नर्सिंग होम लेकर गये. डाॅक्टरों ने उसे मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. इसकी सूचना पाकर वे लोग रात करीब साढ़े 11 बजे मायागंज अस्पताल पहुंचे, जहां अंकित का शव स्ट्रेचर पर पाया. अंकित जिस राजेश वर्मा और बबिता देवी के मकान में किराये पर रह रहा था उनसे बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे एक लड़का और एक लड़की अंकित का आधार कार्ड लेकर उसे ढूंढते हुए उनके घर पहुंचे थे. जहां अंकित के कमरे का गेट तोड़ कर उसे एक टोटो चालक की मदद से लेकर अस्पताल चले गये. जब उन्होंने अंकित के दोस्तों से पूछा तो उन्होंने बताया कि अंकित ने फंदे से लटक कर जान देने की कोशिश की है. मकान मालकिन ने उन्हें एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सुनाया. इसमें अंकित के दोस्त उनसे अंकित द्वारा आत्महत्या करने की बात कहे जाते हुए सुना जा सकता है. वह यह भी बोल रहा है कि मामले में किसी भी लड़की का चक्कर नहीं है. बल्कि घर पर मां से हुए विवाद के बाद उसने ऐसा कदम उठाया है. एक दिन पूर्व ही आइटीआइ की परीक्षा देकर लौटा था अंकित पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद परिजनों ने बताया कि अंकित पढ़ाई में काफी अच्छा था. वह पिछले तीन सालों से भागलपुर में रहकर कोचिंग क्लासेज करता था. घटना से एक दिन पूर्व यानी 12 को ही अंकित मुंगेर में हुई आइटीआइ की परीक्षा देकर वापस भागलपुर लौटा था. बांका निवासी अमन से उसकी अच्छी दोस्ती थी. पर किसी कारण से विगत 2 अगस्त को ही अंकित अपना कमरा छोड़ कर इशाकचक इलाके में राजेश वर्मा के मकान में किराये का कमरा लिया था. फंदे और कमरे की स्थिति और गले पर निशान ने उत्पन्न किया संदेह परिजनों ने बताया कि उन लोगों ने अंकित के शव को भी देखा, उसके गले पर सामने की तरफ किसी भी प्रकार का निशान नहीं है, बल्कि गले के पिछले हिस्से में निशान बना हुआ था. वहीं उसके शरीर पर भी अजीब निशान थे. उन लोगों को हत्या की आशंका है. परिजनों ने यह भी बताया कि घटना होने पर इसकी जानकारी पहले पुलिस को दी जानी थी, पर ऐसा नहीं किया गया.
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