Bihar: गंगा में डूब रही थी मां-बेटी, सीओ ने फौरन नदी में लगा दी छलांग, जान पर खेलकर दोनों को बचाया
भागलपुर के सुल्तानगंज में एक महिला और उसकी बेटी जब गंगा में डूबने लगी तो मौके पर मौजूद सीओ ने गंगा में छलांग लगाकर दोनों को बचाया. हालाकि सीओ को भी तैरना नहीं आता था. लेकिन बीडीओ की मदद से सभी बाहर आ गये.
Bihar: भागलपुर जिला के सुल्तानगंज स्थित अजगैवीनाथ मंदिर घाट के समीप मंगलवार शाम करीब पांच बजे एक महिला व युवती गंगा में डूबने लगीं. यह देख लोगों ने हंगामा किया. हंगामा सुनते ही सीओ शंभू शरण राय दौड़ पड़े और नदी में कूद गये. कुछ देर के प्रयास के बाद महिला और उसकी बेटी को बचा लिया गया.
मोबाइल दूसरे को थमाकर सीओ गंगा में कूदे
डूबने को लेकर हंगामा हुआ तो सीओ गंगा में कूद पड़े. महिला और युवती का पानी के ऊपर सिर्फ बाल दिख रहा था. इसी बीच सीओ अपना मोबाइल एक अंजान व्यक्ति को थमा कर गंगा में कूद गये. किसी तरह उनतक पहुंच कर वो उन्हें बाहर खींचने लगे, पर वह खुद पानी के अंदर जाने लगे. इसी बीच एक अन्य युवक ने सहारा दिया. इसी बीच लोगों ने बांस व गमछा उन तक फेंका.
मौके पर मौजूद बीडीओ ने भी किया सहयोग
कई अन्य लोग भी पानी में कूद गये. इस बीच मां व बेटी के साथ सीओ पानी में बचने की कोशिश करते रहे. मौके पर मौजूद बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू ने भी सहयोग किया. किसी तरह सबकी जान बची. सबने सीओ की सराहना की और कहा कि उन्होंने मानवता का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है.
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बेटी के साथ आत्महत्या करने पहुंची थी महिला
गंगा से बाहर निकलने पर महिला ने बताया कि वह मुंगेर जिले के असरगंज थाना क्षेत्र के मासूमगंज निवासी राजेन्द्र झा की पत्नी ममता देवी है. उसके साथ 14 वर्षीय बेटी ज्योति कुमारी भी थी. पूछताछ में महिला ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. बेटी ज्योति ने बताया कि मां गंगा स्नान कराने की बात लेकर यहां लायी थी. उसके बाद पानी मे लेकर घुस गयी. घटना के जानकारी पर एक रिश्तेदार युवक घाट पर पहुंचा. उसने बताया कि महिला घर से गुस्सा कर भागी है. खोजबीन करते गंगा घाट पहुंचे, तो मालूम चला कि महिला अपनी बेटी के साथ गंगा में डूब रही थी. पुलिस ने मां-बेटी से पूछताछ करने के बाद परिजनों को थाना बुलाया.
बोले सीओ : एक साथ दो जिंदगी को डूबते देख रहा नहीं गया :
अजगैवीनाथ मंदिर के बगल में बांस बैरिकेडिंग का काम मंगलवार को चल रहा था. इसी का निरीक्षण करने बीडीओ व सीओ एक साथ नयी सीढ़ी घाट पहुंचे थे. सीओ ने बताया कि मंदिर के पास पहुंचते ही लोगों के हंगामा की आवाज आने लगी. जब अपनी आंखों से दोनों को डूबते देखा, तो एक अजीब हिम्मत आ गयी. दोनों को बचाने के लिए बिना कुछ सोचे-समझे पानी में कूद गया.
सीओ को तैरना नहीं आता
सीओ ने कहा कि जब महिला के पास पहुंचे तो याद आया कि तैरने नहीं आता है. महिला पकड़ कर बचने के प्रयास करने लगी तो तीनों पानी में घुसने लगे, किसी तरह बैरिकेडिंग का सहारा लिया. कई लोगों ने मदद किया. घटना के बाद कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार, थाना इंस्पेक्टर लाल बहादुर मौके पर पहुंचे. सीओ की सबने सराहना की.
Published By: Thakur Shaktilochan