नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी व पैसों के लेन-देन विवाद में की गयी महिला की हत्या

नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी व पैसों के लेन-देन विवाद में की गयी महिला की हत्या

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 10:43 PM

–2 जनवरी को सुलतानगंज से अगवा रिटायर्ड एएनएम का सिर कटा शव बांका जिला के बेलहर से हुआ था बरामद – मृतका के पति ने 30 दिसंबर 2024 को 20 लाख फिरौती के लिए अपहरण का आरोप लगा दर्ज कराया था केस – मामले में पुलिस ने अब तक नहीं की दुष्कर्म की पुष्टि, पोस्टमार्टम व एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार सुलतानगंज से 30 दिसंबर से लापता महिला का सिर कटा शव बांका जिला के बेलहर क्षेत्र से बरामद किया गया था. मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मामले को लेकर भागलपुर सिटी एसपी ने शुक्रवार शाम अपने कार्यालय में घटना, गिरफ्तारी और उसके कारणों की जानकारी देने के लिए प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान पुलिस ने इस बात का खुलासा किया कि मृतका सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से जुड़ी हुई थी. ठगी के पैसों के बंटवारे और लेनदेन के विवाद को लेकर नृशंस हत्या की गयी. पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त हथियार सहित कई अन्य सामान की बरामदगी की है. इधर मामले में पुलिस ने अब तक दुष्कर्म किये जाने के बिंदु पर पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किये जाने की बात कही. सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि तकनीकी और मानवीय अनुसंधान के जरिये पुलिस ने राजीव रंजन को चिन्हित कर उसे गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कांड में शामिल चार अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया. उनकी निशानदेही पर बेलहर के बदुआ नदी के कुमरैल बालू घाट से शव बरामद किया गया. शव दो हिस्सों में बरामद किया गया. धड़ अलग और उसके पास से ही कटा हुआ महिला का कटा हुआ सिर भी मिला. पुलिस टीम ने राजीव रंजन के पास से चार मोबाइल बरामद किया. इनमें से एक मोबाइल में मृतका का सिम लगा हुआ पाया. एक अभियुक्त के पास से एक मोबाइल और घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद किया. इसे अलावा पुलिस ने मृतका का वस्त्र जिसमें साड़ी, स्कार्फ और स्वेटर बरामद किया. दूसरे अभियुक्त के पास से भी एक मोबाइल की बरामदगी की गयी. सिटी एसपी ने बताया कि घटनास्थल सहित बरामद चाकू की जांच एफएसएल से करायी गयी है. एफएसटी टीम ने अपने प्रारंभिक रिपोर्ट में बरामद चाकू से ही महिला की हत्या किये जाने की बात कही गयी. हालांकि चाकू पर मिले खून के निशान को डीएनए टेस्ट के लिए भेजने की बात कही गयी. गिरफ्तार अभियुक्तों में बेलहर के बिशनपुर निवासी राजीव रंजन के साथ साथ कुमरैल निवासी श्रवण कुमार, विशनपुर निवासी दिलीप गिरी उर्फ कांकटा उर्फ बाबा, रजौन के चिल्कार डुमरिया संतोष यादव और कुमरैल निवासी अजय कुमार मांझी को गिरफ्तार किया गया है. रिश्ते में मृतका कांड के मुख्य अभियुक्त और साजिशकर्ता राजीव रंजन की चचेरी मामी लगती थी. महिला को बुलाया गया, फिर कर दी गयी हत्या सिटी एसपी ने बताया कि मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ के क्रम में हत्या के कारणों का खुलासा किया. अभियुक्तों ने बताया कि मृतका 65 वर्षीय रिटायर्ड एएनएम है. किसी अन्य व्यक्ति द्वारा महिला को बुलाया गया. इस बात का भी खुलासा हुआ है कि महिला खुद ही घर से निकली थी. किसी ने उसे अगवा नहीं किया था. महिला बेलहर के लिए निकली थी. साथ में मिल कर करते थे ठगी, हिस्से के पांच लाख रुपये नहीं देने पर कर दी हत्या गिरफ्तार अभियुक्त राजीव रंजन से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह और मृतका (चचेरी मामी) मिल कर नौकरी दिलाने के नाम पर सीधे और बेरोजगार युवक-युवतियों व उनके परिजनों से पैसों की ठगी करते थे. ठगी मामले में ही आये पैसों के बंटवारे में मृतका ने राजीव रंजन को उसके हिस्से के पांच लाख रुपये देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद ही उसने पहले महिला को बंधक बनाया. फिर पैसे नहीं देने पर उसकी नृशंस हत्या कर दी. सिटी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त राजीव रंजन के घर से कई फर्जी आइकार्ड और कई तरह के सरकारी नौकरी के ज्वाइनिंग लेटर की बरामदगी भी की गयी है. पुलिस टीम में शामिल पदाधिकारियों को पुरस्कृत करने की होगी अनुसंशा सिटी एसपी ने बताया कि कांड के उद्भेदन के लिए सीनियर एसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. इसकी निगरानी का जिम्मा सिटी एसपी और नेतृत्व की जिम्मेदारी सिटी डीएसपी चंद्रभूषण को दी गयी थी. टीम में सुलतानगंज अपर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संजय कुमार, डीआइयू प्रभारी इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, इंस्पेक्टर परमेश्वर सहनी, इंस्पेक्टर धनंजय कुमार सहित एसआइ संजय कुमार मंडल, एसआइ सुशील राज, एसआइ अभय कुमार, एसआइ एजाज रिजवी, एसआइ प्रमोद कुमार, एसआइ संजय कुमार यादव, पीएसआइ सागर, पीएसआइ प्रण प्रकाश ठाकुर सहित सिपाही चंद्रभूषण, बीसैप महिला सिपाही पूजा कुमारी, सिपाही बच्चन राम, सिपाही अभिमन्यु कुमार सिंह सहित डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के अंगरक्षक और स्ट्राइकिंग गार्ड शामिल थे. कांड के सफल उद्भेदन और त्वरित गिरफ्तारी के लिए टीम को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की जायेगी.

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