Bihar Crime: महिला से छेड़छाड़ पर हुई सुमेश मंडल की हत्या, सत्तन ने 50 हजार में ली थी सुपारी
भागलपुर में सुमेश मंडल की हत्या की सुपारी सत्तन ने ली थी. पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए शूटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच में पता चला है कि व्यापारी मंडल ने जमीन विवाद के चलते हत्या करवाई थी, जबकि विनोद ने छेड़खानी के चलते हत्या करवाई थी.
Bihar Crime: भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र में 15 जून को हुए सुमेश मंडल हत्याकांड में पुलिस ने कुख्यात कांट्रैक्ट किलर सत्तन यादव समेत तीन अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर लिया है. यह बात सामने आई है कि सुमेश मंडल की हत्या जमीन विवाद और छेड़खानी दोनों के कारण की गई थी. सुमेश मंडल हत्याकांड में पुलिस पर आरोप लगा था कि पुलिस हिरासत में इलाके में रहने वाले कुछ महादलितों के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया. इससे पहले थानेदार समेत तीन पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई भी की गई थी. मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी सिटी एसपी ने शुक्रवार को कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि मामले का खुलासा करने वाली टीम में शामिल पदाधिकारियों और कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
सत्तन यादव के विरुद्ध भागलपुर सहित दुमका जिले में दर्ज है केस
सिटी एसपी राज ने बताया कि हत्या के बाद में व्यापारी मंडल सहित अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराया गया था. पुलिस ने नामजद अभियुक्त व्यापारी मंडल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. व्यापारी मंडल और सुमेश मंडल के बीच भूमि विवाद की बात होने और इसी वजह से सुमेश की हत्या किये जाने की बात का खुलासा किया गया था. इसके बाद भागलपुर पुलिस ने अग्रतर जांच करते हुए कांड के तीन अप्राथमिक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. जिसमें गोराडीह क्षेत्र के पहाड़िया स्थल के रहने वाले कुख्यात सत्तन यादव सहित रंजीत वर्मा और विनोद दास शामिल हैं.
जांच में यह बात भी सामने आयी है कि व्यापारी मंडल से चल रहे भूमि विवाद और रंजीत वर्मा की पत्नी से छेड़खानी किये जाने को लेकर दोनों ने मिल कर सुमेश मंडल की हत्या की योजना बनायी. इसके लिए उन्होंने सत्तन यादव से 50 हजार रुपये हत्या की बात तय की थी, जिसमें से 20 हजार रुपये एडवांस के तौर पर दिये थे. हत्या के समय सत्तन के साथ व्यापारी, रंजीत और विनोद तीनाें थे.
इलाके के कुख्यात सत्तन यादव के विरुद्ध भागलपुर सहित झारखंड के दुमका जिले में पूर्व से पांच संगीन कांड दर्ज हैं, जिसमें गोराडीह थाना में वर्ष 2020 में हथियार के बल पर डकैती, गोराडीह क्षेत्र में 2020 में ही लूटकांड, तातारपुर थाना में 2005 में डकैती व आर्म्स एक्ट का केस, मोजाहिदपुर थाना में 2019 में दर्ज आर्म्स एक्ट का केस और दुमका जिले के हंसडीहा थाना में दर्ज गोली मारकर हत्या के केस में शामिल होने की बात सामने आयी है.
टीम में शामिल पुलिसकर्मी
टीम में गोराडीह थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, डीआइयू प्रभारी इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, डीआइयू के एसआइ प्रभात कुमार, एसआइ सुशील राज, एसआइ एजाज रिजवी, एएसआइ भानू प्रताप सिंह, सिपाही रजनीश कुमार, सिपाही अभिमन्यु कुमार सिंह सहित गोराडीह थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.