बुद्धि योग की शरण जाना ही बुद्धम् शरणम् गच्छामि
बुद्ध पूर्णिमा पर गुरुवार को प्रातः जिले के विभिन्न गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.
बुद्ध पूर्णिमा पर गुरुवार को प्रातः जिले के विभिन्न गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर भगवान विष्णु का पूजन किया और घड़ा, पंखा, चप्पल, छाता समेत गर्मी से बचाव करने वाले सामान दान किये. बुद्ध पूर्णिमा व बैसाख पूर्णिमा पर शहर के विभिन्न स्थानों पर विविध आयोजन हुए. हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा को हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के भगवान बुद्ध व कश्यप के रूप में अवतार लेने की मान्यता है. इस दिन चंद्रमा अन्य पूर्णिमा से अधिक प्रकाशमान होता है. खगोलीय दृष्टि से भी चंद्रमा पृथ्वी के बहुत नजदीक होता है.
आदमपुर सीसी मुखर्जी रोड में आश्रय कुमार के यहां भगवान सत्यनारायण की पूजा हुई. वहीं इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया ने भगवान सत्यनारायण की विशेष पूजा की और जरूरतमंदों के बीच गर्मी से संंबंधित सामान का वितरण किया.भगवान बुद्ध जब अपनी बात समझा रहे होते हैं और बात शिष्य के समझ में आ जाती है, तब भगवान बुद्ध शिष्य से कहता है बुद्धम शरणम् गच्छामि अर्थात बुद्धि योग के शरण में जाना है. इसको ऐसे भी समझा जा सकता है, जैसे हम कोई सत्संग सुनते हैं और जब बात समझ में आती है, तो हम सत्संग की शरण ले लेते हैं. सत्संग का एक नाम बुद्धि योग भी है. उक्त बातें बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महर्षि मेंहीं आश्रम, कुप्पाघाट से जुड़े स्वामी पंकज बाबा ने कही.
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बूढ़ानाथ मंदिर में बनारस के पंडितों को किया गया दानबूढ़ानाथ मंदिर में महंत शिवनारायण गिरि के निर्देश पर बनारस के पांच पंडितों को गर्मी से बचाव का सामान दान किया. उप प्रबंधक दीपक सिंह ने बताया कि पंडित ऋषिकेश पांडेय, पंडित अभिषेक पांडेय, पंडित पंकज तिवारी, राहुल तिवारी एवं पंडित शास्त्री को दान किया गया. यहां तीन पवित्र तिथि को दान की परंपरा है. अक्षय तृतीया, अक्षय नवमी एवं बुद्ध पूर्णिमा को दान किया जाता है. इस दिन विशेष पूजन भी हुआ. आदमपुर शिवशक्ति मंदिर में महंत अरुण बाबा के संचालन में पूजन हुआ.
———-अविरल गंगा जागरण कार्यक्रम का आयोजन
मां गंगा पूजन समिति मोहनपुर नरगा की ओर से स्थानीय चैती दुर्गा स्थान प्रांगण में बुद्ध पूर्णिमा पर अविरल गंगा जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पंडित रामप्रकाश वैदिक की अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम का उद्घाटन संयोजक जगतराम साह कर्णपुरी ने किया. सचिव जवाहरलाल मंडल ने कहा कि गंगा पतित पावनी है. गंगा का स्पर्श मात्र मानव जीवन को पवित्र करता है. पंडित रामप्रकाश वैदिक ने कहा कि गंगा की निर्मलता और अविरलता ही गंगा की पहचान है. गंगा नदी सभी नदियों में श्रेष्ठ है. गंगा हमारी जीवन दायिनी है. इस दौरान सदस्यों ने गंगा की स्वच्छता और निर्मलता बनाए रखने का सामूहिक संकल्प लिया. इस मौके पर आशीष कुमार, रमन कुमार, कुबेर मंडल, जयप्रकाश साह, जवाहर मंडल, अरुण कुमार आदि उपस्थित थे. ————- दुर्गा ग्रुप की महिलाओं को बांटी हर्बल अगरबत्तीदृष्टि विहार ने बुद्ध पूर्णिमा पर सबौर की दुर्गा ग्रुप की महिलाओं को हर्बल अगरबत्ती का नि:शुल्क वितरण किया. ्सचिव दिलीप कुमार सिंह ने महात्मा बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला. बौद्ध धर्म में अष्टांग एक ऐसा योग है, जो मानव को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है. कार्यक्रम में निर्मला, सुमन चंपा, जगदंबा, आरती, काजल, पूजा देवी, सावित्री, जूली, घुंघरू, निभा, पूनम, संगीता , नीलम, गुड्डी, पिंकी आदि का योगदान रहा.
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