टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने गुरुवार को पीजी जूलॉजी विभाग का औचक निरीक्षण किया. कुलपति के निरीक्षण के दौरान विभाग की हेड सहित वर्ग के समय शिक्षक गायब थे. इसे लेकर कुलपति ने कड़े शब्दों में नाराजगी जतायी है. जब कुलपति शिक्षकों व कर्मचारियों के दैनिक उपस्थिति पंजी की जांच की तो एक बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है. नॉन टीचिंग स्टाफ दैनिक पंजी में हाजिरी बनाते हैं. वहीं, शिक्षकों की हाजिरी पंजी में दर्ज नहीं करवाई जाती है. इस बाबत कुलपति ने इसका कारण हेड से पूछा, तो उन्होंने बताया कि शिक्षकों की हाजिरी वर्ग में छात्रों के बनाये जाने वाले उपस्थिति पंजी पर दस्तखत से ही लिया जाता है. इस पर वीसी ने हैरानी जतायी. उन्होंने सख्त शब्दों में हेड को निर्देश दिया कि शिक्षकों व कर्मियों की दैनिक हाजिरी बायोमीट्रिक के अलावा अलग-अलग पंजी में बनवाये. वहीं, कुलपति ने सभी पीजी विभागों व कॉलेजों के शिक्षकों तथा कर्मचारियों के बायोमेट्रिक उपस्थिति की जांच व मॉनिटरिंग करने का जिम्मा रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे को सौंपा है. हेड करीब 45 मिनट विलंब से विभाग पहुंची – निरीक्षण के क्रम में हेड करीब 45 मिनट विलंब से विभाग पहुंची. जबकि पीजी सेमेस्टर वन की छात्र-छात्राएं क्लास में बैठ कर इंतजार करते रहे. संबंधित शिक्षक 15 से 20 मिनट लेट से कक्षा में पहुंचे. शिक्षक से लेट आने के कारण पूछने पर ट्रैफिक जाम में फंसने का हवाला दिया गया. दूसरी तरफ कुलपति ने हाजिरी पंजी की जांच की, तो पाया कि विभाग में कार्यरत छह में से पांच कर्मचारियों को एक साथ हेड ने अवकाश स्वीकृत कर रखी थी. इस पर कुलपति ने गहरी नाराजगी जताते हुए विभागाध्यक्षा को शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्य शैली में सुधार लाने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि संस्था के प्रधान को सबसे पहले विभाग या कॉलेज आना चाहिए. तभी वे अपने अधीनस्थ शिक्षकों व कर्मियों की ससमय उपस्थिति की जांच कर सकेंगे. लेकिन इसके ठीक उलट विभाग की हेड ही विलंब से विभाग पहुंची थी. बताया जा रहा है कि पूरे मामले में कुलपति कार्रवाई करने के मूड में है. शिक्षकों को हर हाल रहने होंगे पांच घंटे – कुलपति ने कहा कि शिक्षकों को हर हाल में प्रतिदिन कम से कम पांच घंटे तक संस्थान में रहने के निर्देश दिया है. इस अवधि में दौरान शिक्षक कहीं नहीं जायेंगे. ड्यूटी से गायब रहने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई करने के साथ-साथ उनका वेतन रोका जायेगा. वर्ग अध्यापन कार्य की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जायेगी. शिक्षक वर्ग अध्यापन कार्य के बाद शोध व लाइब्रेरी वर्क करें. निरीक्षण के दौरान प्रो दत्ता मुंशी कक्ष को म्यूजियम के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया. जहां दत्ता मुंशी की पुस्तकें, तस्वीरें व उपकरणों को रखा जायेगा. विभाग में स्थित मछली घर की स्थिति पर भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने हेड को अविलंब इसके जीर्णोद्धार की दिशा में प्रस्ताव विश्वविद्यालय भेजने का निर्देश दिया है.
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