बड़ी बहन की हत्या के आरोपित किशोर ने रिमांड होम में किया सुसाइड का प्रयास
बरारी थाना क्षेत्र के बड़ी खंजरपुर डीआइजी कोठी के पीछे स्थित रिमांड होम में गुरुवार देर शाम एक किशोर ने आत्महत्या का प्रयास किया. सही समय पर घटना के बारे में पता चल जाने की वजह से रिमांड होम प्रबंधन द्वारा किशोर को फौरन फंदे से उतारा
भागलपुर : बरारी थाना क्षेत्र के बड़ी खंजरपुर डीआइजी कोठी के पीछे स्थित रिमांड होम में गुरुवार देर शाम एक किशोर ने आत्महत्या का प्रयास किया. सही समय पर घटना के बारे में पता चल जाने की वजह से रिमांड होम प्रबंधन द्वारा किशोर को फौरन फंदे से उतारा और बेहोश अवस्था में उसे लेकर मायागंज अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में भर्ती किशोर की हालत नाजुक बतायी जा रही है. घटना की जानकारी मिलते ही बरारी थानाध्यक्ष एसआइ नवनीश कुमार मायागंज अस्पताल पहुंचे. किशोर के बेहोश होने की वजह से अबतक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है.
रिमांड होम प्रबंधन द्वारा बरारी पुलिस को जानकारी दी गयी कि किशोर को जगदीशपुर थाना से सगी बहन की हत्या के आरोप में रिमांड होम भेजा गया था. सूचना मिलते ही बरारी पुलिस ने जगदीशपुर पुलिस को सूचना देकर उसके परिजनों को सूचित करने को कहा. जानकारी के अनुसार गुरुवार को आयी तेज आंधी और बारिश की वजह से इलाके में बिजली कटी हुई थी. जिसका फायदा उठाकर किशोर ने अपने कमरे मे ही रस्सी का फंदा बनाकर उसपर लटक गया. इसी दौरान रिमांड होम में रहने वाले अन्य किशोरों की नजर फंदे से लटक छटपटा रहे किशोर पर गयी तो उन्होंने शोर मचाया. जिसके बाद रिमांड होम प्रबंधन ने फौरन मौके पर पहुंच किशोर को फंदे से उतारा.
किशोर जगदीशपुर का रहने वाला है और उसके पिता भागलपुर कोर्ट में काम करते हैं. इधर, जगदीशपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार विगत 18 मार्च 2020 को जगदीशपुर में ही हुई बीए पार्ट 2 की छात्रा की हत्या मामले में किशोर को रिमांड होम भेजा गया था. जगदीशपुर थानाध्यक्ष एसआइ संजय कुमार सत्यार्थी ने बताया कि विगत 18 मार्च को अपनी बहन की हत्या करने के बाद किशोर ने खुद 100 नंबर डायल पर केंद्रीय कंट्रोल रूम को सूचना दी थी.
मानसिक तौर पर बीमार रहता है किशोर, बहन की हत्या का है पछतावाजगदीशपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि बहन की हत्या करने के बाद पुलिस ने जब उससे कारणों की जानकारी लेनी चाही तो किशोर ने उन्हें बताया था कि उसे खुद से ही डर लगता है. कोई उसके आसपास रहता है तो उसे लगता है कि वह उसे मारने आ रहा है. यही नहीं किशोर को अंधेरे से भी डर लगने की बात बतायी गयी थी. थानाध्यक्ष ने आशंका जताते हुए कहा कि उस वक्त पूछताछ के क्रम में किशोर के मानसिक तौर पर बीमार होने का अंदेशा हुआ था.