शहर के विभिन्न स्थानों नया बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर, गिरधारी साह हाट व बड़ी बाटा के समीप मंदिर से रविवार को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली गयी. जगह-जगह श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर शोभायात्रा का स्वागत किया. भगवान जगन्नाथ अब मौसी के घर पहुंच चुके हैं, नौ दिनों के बाद फिर रथयात्रा कर भगवान अपने घर लौट आएंगे.
गाजे-बाजे के साथ निकली रथयात्रा
नयाबाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर से स्मार्ट रथ पर भगवान जगन्नाथ जी को लाइट बत्ती व फूलों से सजा कर विधिवत पूजन कर आसीन किया गया. गाजे-बाजे के साथ भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली गयी. रथयात्रा में आगे का रस्सा खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ रही. रथयात्रा नया बाजार से बूढ़ानाथ चौक, दीपनगर, खलीफाबाग चौक, वेराइटी चौक, स्टेशन चौक, कोतवाली चौक, नया बाजार होते हुए फिर मंदिर में आकर पूरी हुई. द्वितीया तिथि को अपनी मौसी के घर रथ पर विराजमान होकर भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ पहुंचे. इससे पहले दोपहर 12 बजे छप्पन भोग लगाया गया. भगवान जगन्नाथ को नये वस्त्र धारण कराकर फूल माला पहनाया गया. घंटा बजाकर आरती पूजा हुई फिर रथ पर विराजमान किया गया.
बाटा गली की रथ यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों श्रद्धालु
इधर, बाटा गली स्थित मंदिर से रथयात्रा निकल कर वेराइटी चौक, खलीफाबाग, खरमनचक, दीपनगर, बूढ़ानाथ चौक, नयाबाजार, स्टेशन चौक होते हुए फिर मंदिर पहुंच कर पूरी हुई. इससे पहले भगवान की आरती हुई. रथयात्रा में सेवायत सुशील कुमार मिश्रा, मुकेश मिश्रा, राकेश मिश्रा, कंचन मिश्रा, प्रिया झा, नाव्या समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे.गिरधारी साह हाट की रथयात्रा में गूंजा जयकारा
गिरधारी साह हाट की रथयात्रा हाट स्थित मंदिर परिसर से निकाली गयी, जो स्टेशन चौक, मुख्य बाजार व आसपास क्षेत्रों में घुमाकर मंदिर में पूरी हुई. रथयात्रा में पूरे मार्ग जयकारा गूंजता रहा. रथयात्रा का नेतृत्व मिथिलेश कुमार ने किया. कार्यक्रम में महादेव साह, प्रवीण कुमार, साम्बे समेत गिरधारी साह हाट के दुकानदार शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है