देश में विविधता में एकता की संस्कृति को रंग जुलूस ने किया प्रदर्शित
सिल्क सिटी की सड़कों पर सोमवार को लोगों को भारत में विविधता में एकता की संस्कृति को प्रदर्शित किया गया. ऐसे में पूरा भारत भागलपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में देखने को मिला.
सिल्क सिटी की सड़कों पर सोमवार को लोगों को भारत में विविधता में एकता की संस्कृति को प्रदर्शित किया गया. ऐसे में पूरा भारत भागलपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में देखने को मिला. भागलपुर रंग महोत्सव के तीसरे दिन मुख्य बाजार अंतर्गत डोकानिया धर्मशाला स्थित बने नाट्यग्राम से रंग जुलूस निकाला गया.
पश्चिम बंगाल की बौद्धिकता व एकता को प्रदर्शित किया जा रहा था. कोई झारखंड की संस्कृति में देशभक्ति को जोड़ कर नृत्य प्रस्तुत कर रहा था. रंग जुलूस, कोतवाली चौक, रेलवे स्टेशन, सूजागंज, इनारा चौक, वेराइटी चौक, खलीफाबाग चौक, खरमनचक होते हुए कला केंद्र में पूरा हुआ. रंग जुलूस के माध्यम से लोगों को भारत के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति के माध्यम से विविधता में एकता का परिचय दिया गया. पूरे मार्ग में सबसे आगे विजय धावक तिरंगा परिधान व बड़ा तिरंगा लेकर राहगीरों को आकर्षित कर रहे थे.जुलूस में दिया अलग-अलग सामाजिक संदेश
इससे पहले रंग जुलूस काे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष बनर्जी, निदेशक कपिलदेव रंग, गौतम बनर्जी, तरुण घोष, प्रकाशचंद्र गुप्ता, तापस घोष आदि ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. पूरे मार्ग में देशभक्ति गीत व धुन पर विभिन्न प्रांतों के कलाकारों लोक नृत्य पेश किये. इस मौके पर डॉ अशोक यादव, दीपक पाठक, सुनील कुमार रंग, शांतनु गांगुली, जगतराम साह कर्णपुरी, लीजा घोष, तनीमा सरकार, घोष गौरव, प्रणव कुमार, धीरज कुमार, रवि कुमार, महबूब आलम, तकी जावेद आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है